Sovereign Gold Bond: इस सरकारी स्कीम में पैसे लगाने के फायदे, ले पाएंगे 10 हजार से 25 लाख तक लोन!
AajTak
Sovereign Gold Bond आठ साल के लिए वैलिड होता है और 5वें साल के बाद इसमें समय से पहले रिडेम्पशन किया जा सकता है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड खरीदने के लिए पेमेंट कैश, डिमांड ड्राफ्ट और फिर नेट बैंकिंग के माध्यम से किया जा सकता है. सिर्फ 20000 रुपए का पेमेंट ही कैश में किया जा सकता है.
दिवाली (Diwali) के त्योहार में महज कुछ दिन बचे हैं. आमतौर पर फेस्टिव सीजन में खर्च बढ़ जाता है और इन खर्चों को पूरा करने के लिए कर्ज (Loan) भी लेना पड़ जाता है. ऐसे में बैंक के चक्कर काटने के बजाय और भी कई ऑप्शन मौजूद हैं, जो आपकी जरूरत को पूरा कर सकते हैं. इनमें से एक है Sovereign Gold Bond. गोल्ड लोन की तरह ही इसके जरिए भी आप 20,000 रुपये से लेकर 20 लाख रुपये तक का लोन ले सकते हैं.
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम सोना (Gold) भारतीय लोगों के लिए हमेशा से पसंदीदा रहा है. इसकी गिनती इन्वेस्टमेंट (Gold Investment) के पारम्परिक तरीकों में भी होती है. खासकर इसे अनिश्चितता भरे समय में सुरक्षित निवेश माध्यमों में से एक माना जाता है. इसका कारण है कि यह लॉन्ग टर्म में हमेशा फायदा ही देकर जाता है. हालांकि सोने के जेवर-गहने आदि खरीदने के साथ में कुछ रिस्क भी होते हैं, जैसे चोरी हो जाने का डर, लॉकर में रखने पर उसका चार्ज आदि. ऐसे में सरकार सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम (Sovereign Gold Bond Scheme) बेहद सुरक्षित है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड एक तरह से फिजिकल सोने का ही रूप होता है, जिसकी कीमत सरकार पहले ही तय कर देती है.
सरकार की तरफ से ये बॉन्ड रिजर्व बैंक जारी करता है. इन्हें बैंकों (स्मॉल फाइनेंस बैंकों और पेमेंट बैंकों को छोड़कर), स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, नॉमिनेटेड डाक घरों और मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों जैसे नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड के माध्यम से खरीदा जा सकता है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम के तहत कोई भी व्यक्ति एक ग्राम सोना खरीदकर निवेश की शुरुआत कर सकता है. किसी एक वित्त वर्ष के दौरान सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में ज्यादा से ज्यादा 4 किलो सोना खरीदा जा सकता है. अविभाजित हिंदू परिवारों और ट्रस्टों के लिए ये लिमिट 20 किलो तय की गई है.
आसानी से मिल जाता है लोन गोल्ड लोन की तरह ही Sovereign Gold Bond के जरिए भी जरूरत के समय आसानी से लोन लिया जा सकता है. खास बात ये है कि इस ऑप्शन से लोन लेना न सिर्फ पर्सनल लोन के मुकाबले सस्ता पड़ता है, इसके लिए ज्यादा परेशान भी नहीं होना पड़ता. इसके जरिए लोन पाने के लिए ऐसे निवेशक अप्लाई कर सकते हैं, जिन्होंने सरकार की ओर से जारी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को खरीदा है, वह संबंधित बैंक या एनबीएफसी (NBFC) में इसके बदले लोन के लिए आवेदन करने के हकदार हैं. SGB पर लोन पाने के लिए जरूरी है कि निवेशक के पास डिमैट अकाउंट हो. बॉन्ड खरीदने वाला 21 साल से अधिक उम्र का कोई भी नागरिक इसके एवज में लोन प्राप्त कर सकता है.
20 से 25 लाख तक ले सकते हैं लोन निजी और सरकारी क्षेत्र के बैंक अपने हिसाब से लोन की राशि तय करते हैं. एक ओर जहां स्टेट बैंक ऑफ इंडिया Sovereign Gold Bond के बदले मिनिमम 20,000 रुपये से मैक्सिमम 20 लाख रुपये का तक का लोन मुहैया कराता है. तो वहीं कुछ बैंकों में ये लिमिट मिनिमम 50,000 रुपये से लेकर 25 लाख रुपये तक भी होती है. कुछ बैंक में इसके जरिए आप छोटा या 10,000 रुपये तक का लोन भी अपनी जरूरत के अनुसार ले सकते हैं.
Delhi Pollution: सर्द मौसम की शुरुआत होने के साथ ही दिल्ली की हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है. आलम यह है कि नवंबर के मध्य में ही दिल्ली में धुंध की एक मोटी परत छा गई है, जिससे लोगों का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है. लोगों को सांस लेने में समस्या से लेकर गले में जलन तक की परेशानी से जूझते हुए देखा जा रहा है.
Redmi A4 5G Launch in India: Xiaomi के सस्ते फोन Redmi A4 5G को खरीदते हुए आपको सावधान रहने की जरूरत है. ये फोन 5G सपोर्ट के साथ तो आता है, लेकिन इस पर आपको Airtel 5G का सपोर्ट नहीं मिलेगा. कंपनी ने लॉन्च इवेंट में तो इस बारे में जानकारी नहीं दी थी, लेकिन स्पेक्स पेज पर एक छोटी डिटेल जरूर दी है. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला.
UP Police Recruitment Scam: यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड ने 2020-21 में सब-इंस्पेक्टर, प्लाटून कमांडर और अग्निशमन अधिकारी के पदों के लिए ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की थी. जांच में सामने आया कि सात अभ्यर्थियों ने अलग-अलग परीक्षा केंद्रों पर सॉल्वर गैंग की मदद से अपनी जगह सॉल्वर गैंग के डमी कैंडिडेंट्स को बैठाया था.
Hyundai Ioniq 9 साइज में काफी बड़ी है और कंपनी ने इसके केबिन में बेहतर सीटिंग अरेंजमेंट के साथ इसके व्हीलबेस को भी लंबा बनाया है. इसमें थर्ड-रो (तीसरी पंक्ति) में पीछे की तरफ घूमने वाली सीट दी गई है. इसके अलाव ये कार व्हीकल टू लोड (V2L) फीचर से भी लैस है, जिससे आप दूसरे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को भी पावर दे सकते हैं.
इस प्रक्रिया की सफलता की जांच करने के लिए पहले मॉक टेस्ट का आयोजन किया जाएगा. मॉक टेस्ट में चार अलग-अलग पारियों में 400 स्टूडेंट्स को बुलाया जाएगा, और इसके लिए छात्रों को 23 नवंबर तक ऑनलाइन आवेदन करना होगा. अगर यह टैबलेट बेस्ड टेस्ट प्रक्रिया सही तरीके से आयोजित होती है, तो भविष्य में कर्मचारी चयन बोर्ड की छोटी भर्ती परीक्षाओं के लिए भी टैबलेट मोड पर परीक्षा आयोजित करने की योजना बनाई जाएगी.
गुड़गांव की सबसे महंगी सोसायटी ‘द कैमिलियास’ में फ्लैट का मालिक होना एक स्टेटस सिंबल माना जाता है. यहां रहना हर किसी का सपना होता है, लेकिन भारत में शायद 0.1% लोग ही इस सपने को पूरा करने की क्षमता रखते हैं. फिर भी, आम लोगों के मन में हमेशा यह सवाल रहता है कि आखिर करोड़ों के इन फ्लैट्स का अंदरूनी नजारा कैसा होता है.