Shivling की लगाई जाती है आधी Parikrama, जलाधारी को लेकर भी हैं खास नियम, जानें
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कई भगवानों के दर्शन-पूजन करने के बाद उनकी परिक्रमा की जाती है, लेकिन शिवलिंग की परिक्रमा आधी ही जाती है. इसी तरह इसकी जलाधारी भी नहीं लांघी जाती है.
नई दिल्ली: हिंदू, बौद्ध और जैन धर्म में परिक्रमा का खासा महत्व है. इनमें भगवान की मूर्ति से लेकर मंदिर, नदी और पहाड़ की भी परिक्रमा की जाती है. शास्त्रों के अनुसार परिक्रमा करने से कई जन्मों का पाप नष्ट हो जाता है. लिहाजा देवी-देवताओं की पूजा करने के बाद मंदिर या गर्भ गृह की परिक्रमा की जाती है, लेकिन शिवलिंग (Shivling) के मामले में स्थिति अलग है. शिवलिंग की पूजा और परिक्रमा (Parikrama) के नियम अलग हैं. इसकी केवल आधी परिक्रमा ही की जाती है. शास्त्रों के अनुसार शिवलिंग की आधी परिक्रमा करना ही उचित होता है, इसे चंद्राकार परिक्रमा कहा जाता है.Shagun Yojana: बेटियों की शादी पर सरकार दे रही 31,000 रुपये की मदद, जानिए- किस विभाग में मिलना होगा?
Shagun Yojana ki Jankari: राज्य सरकार की ओर से गरीब परिवारों को बेटियों की शादी पर शगुन दिया जाता रहा है. योजना का मुख्य उद्देश्य 18 वर्ष से अधिक आयु के बीपीएल परिवारों की लड़कियों और महिलाओं पर बेटियों की शादी का बोझ कम करके उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करना है.
How to apply for internship scheme: स्कीम के तहत पात्र उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पूरा करने वाले छात्र हैं. इनमें ITI प्रमाणपत्र रखने वाले, पॉलिटेक्निक संस्थानों से डिप्लोमा रखने वाले या स्नातक की डिग्री रखने वाले लोग शामिल हैं. इन्हें ही आवेदन करने की पात्रता है. यह कार्यक्रम विशेष रूप से 21 से 24 वर्ष की आयु के भारतीय नागरिकों के लिए डिजाइन किया गया है जो वर्तमान में फुल टाइम रोजगार या शिक्षा में नहीं हैं.