Pegasus विवाद : पेगासस स्पाईवेयर से जासूसी गैरकानूनी और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा : कपिल सिब्बल
NDTV India
सिब्बल ने सवाल उठाते हुए कहा कि लिस्ट में संपादकों का नाम क्यों है, महिलाओं का नाम क्यों है. लिस्ट सरकार ने ही बनाई है. कर्नाटक सरकार की कवायद में इसका इस्तेमाल हुआ. हमारे देश की सरकार ने नेशनल सिक्योरिटी को खतरे में डाला, ये एक नेशनल सिक्योरिटी थ्रेट है. ये राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा है. ये गंभीर मामला है.
पेगासस स्पाईवेयर को लेकर मचे राजनीतिक तूफान के बीच कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्रियों, राजनेताओं, न्यायाधीशों और लोगों के फोन पर जासूसी करना देश के कई कानूनों का उल्लंघन है और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है. पेगासस के जरिए जासूसी कर साल 2019 में कर्नाटक की जनता दल सेकुलर-कांग्रेस की गठबंधन सरकार को गिराने से जुड़ी खबर आने के बाद कपिल सिब्बल ने पत्रकारों से बात की. उन्होंने कहा, 'पेगासस को लेकर बवाल कट रहा है. सरकार को बताना है कि पेगासस का इस्तेमाल हुआ या नहीं हुआ. देश की जनता को वे बताना नहीं चाहते. ये एक सॉफ्टवेयर है, NSO इसको बनाता है. सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करने के लिए वो पैसे लेते हैं और सरकारों को वे देते हैं. उन्होंने बताया भी है कि इसराइल डिफेंस मिनिस्टरी की अप्रूवल के बाद उन्होंने सॉफ्टवेयर दिया. सरकार ने नहीं तो किसने पैसे दिए.'More Related News