Nawab vs Wankhede: NSCS अध्यक्ष अरुण हलदर ने दी वानखेड़े को 'क्लीन चिट', नवाब मलिक बोले- आयोग के पास नहीं ये अधिकार
ABP News
Nawab vs Wankhede: नवाब मलिक ने कहा कि आयोग के पास यह जांचने का अधिकार नहीं है कि किसी का प्रमाणपत्र जाली है या नहीं. ऐसे समय में एक कमेटी का गठन किया जाता है.
Nawab vs Wankhede: आर्यन खान ड्रग केस (Aryan Khan Drug Case) मामले में शुरू हुई जांच अब नेता नवाब मलिक द्वारा समीर वानखेड़े पर लगाए गए आरोपों पर आकर टिक गई है. एक तरफ जहां शाहरुख खान के बेटे आर्यन को रिहाई मिल गई है, वहीं वानखेड़े पर आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला बढ़ता ही जा रहा है. फर्जी डॉक्यूमेंट के जरिये नौकरी पाने के आरोप पर वानखोड़े के खिलाफ जांच जारी है. वहीं महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता नवाब मलिक ने एक बार फिर मुंबई एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर निशाना साधा है.
उन्होंने कहा कि NSCS अध्यक्ष अरुण हलदर ने मीडिया से बातचीत की. उन्होंने कहा कि समीर वानखेड़े ने धर्म परिवर्तन नहीं किया था. हैरानी की बात यह है कि हलदर ने वानखेड़े को क्लीन चिट देने का काम किया है. मूल रूप से वे जिस पर आरोप लगे हैं उसके घर जाते हैं और दस्तावेजों को देखते हैं. यह बात बहुत ही चौंकाने वाली बात है. नवाब मलिक ने आगे कहा कि इसके बाद वानखेड़े परिवार सामाजिक न्याय मंत्री के घर भी गया. चौंकाने वाली बात यह है कि सामाजिक न्याय मंत्री उनके साथ बैठकर प्रेस कांफ्रेंस करते हैं. अरुण हलदर भले ही भाजपा के नेता हों लेकिन उन्हें पता होना चाहिए कि वह एक जिम्मेदार पद पर हैं, लेकिन उन्होंने इसकी पूरी तरह से अनदेखी की है.