Indian Wheat: तुर्की, मिस्र का ठुकराया भारतीय गेहूं अब इस देश के बंदरगाह पर अटका
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सरकारी अधिकारियों ने हालांकि इनकार किया है कि गेहूं की इस खेप को ठुकराए जाने और बीजेपी नेता के पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी को लेकर पश्चिम एशियाई देशों में मची राजनीतिक उथल-पुथल के बीच कोई लेना-देना नहीं है.
तुर्की और मिस्र से ठुकराई गई भारत के गेहूं की 56,000 टन खेप फिलहाल इजरायल के बंदरगाह पर फंसी हुई है.
लाइव मिन्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, तुर्की और मिस्र से होते हुए गेहूं अब इजरायल के बंदरगाह पर पहुंच गया है. गेहूं की यह खेप कहां भेजी जानी है, उसके लिए सरकार से हरी झंडी मिलने का इंतजार किया जा रहा है.
हालांकि, सरकारी अधिकारियों ने इस बात से इनकार किया है कि गेहूं की खेप के ठुकराए जाने और पैगंबर मोहम्मद पर हालिया विवाद के बीच कोई संबंध है.
भारत सरकार का कहना है कि भारत से रवाना होने से पहले गेहूं की इस खेप को सभी जरूरी क्वारंटीन प्रक्रियाओं से गुजारा गया था. आईटीसी लिमिटेड ने इस खेप को तुर्की भेजा था.
अधिकारी ने कहा, तुर्की ने इसलिए गेहूं की खेप ठुकरा दी थी क्योंकि गेहूं में प्रोटीन की मात्रा 13-14 फीसदी से कम थी, जो तुर्की के लिए मुख्य खाद्य सुरक्षा मानक है.
वहीं, मिस्र ने सैंपल की जांच के बिना ही गेहूं की खेप लेने से इनकार कर दिया था.
इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट ने गुरुवार को युद्ध और मानवता के खिलाफ अपराधों को लेकर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और पूर्व रक्षा मंत्री योव गैलेंट के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया. आईसीसी ने नेतन्याहू और गैलेंट पर मानवता के खिलाफ अपराधों का आरोप लगाया, जिसमें हत्या, उत्पीड़न और अमानवीय कृत्यों की बात कही गई.