IMF GDP Forecast: बजट के पहले विदेश से आई ये बड़ी खुशखबरी, भारत की तरक्की पर मुहर!
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IMF ने Indian Economy की तारीफ करते हुए इसके ग्रोथ अनुमान में इजाफा किया है. वहीं दूसरी ओर चीन संकट (China Crisis) पर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने चिंता जताते हुए कहा है कि ये विकास की राह में रोड़ा बन सकता है.
कल 1 फरवरी 2024 को देश का अंतरिम बजट (Interim Budget 2024) पेश किया जाएगा और उससे पहले ही विदेश से एक बड़ी खुशखबरी मिली है. दरअसल, भारत दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ती अर्थव्यवस्था बना हुआ है और Budget पेश होने से पहले अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने देश की इकोनॉमी (Indian Economy) की इस तेज रफ्तार के लगातार जारी रहने की बात कहते हुए जीडीपी (India GDP) को लेकर वित्त मंत्रालय के अनुमान पर अपनी मुहर लगाई है. इसके साथ ही वैश्विक निकाय ने भारत के ग्रोथ अनुमान को संशोधित कर पहले से और बढ़ा दिया है.
IMF ने बढ़ाया भारत का ग्रोथ अनुमान अंतरराष्ट्रीय मुद्र कोष यानी आईएमएफ (IMF) का मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था सबसे तेज गति से आगे बढ़ रही है और इकोनॉमी की ये रफ्तार आने वाले वर्षों में भी जारी रहेगी. अपने अनुमान में संशोधन करते हुए आईएमएफ ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था वित्त वर्ष 2024-25 में 6.5 फीसदी की दर से आगे बढ़ेगी. गौरतलब है कि इससे पहले अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने इसके 6.3 फीसदी रहने का अनुमान जाहिर किया था. IMF द्वारा जारी वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक में ये जानकारी शेयर की गई है.
घरेलू डिमांड में लगातार हो रहा इजाफा अपनी रिपोर्ट में आईएमएफ ने जहां वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अपने ग्रोथ अनुमान में 20 बेसिस प्वाइंट या 0.20 फीसदी की बढ़ोत्तरी की है, तो वहीं चालू वित्त वर्ष के लिए भी अपने विकास दर के अनुमान को बदला है और इसमें 0.40 फीसदी या 40 बेसिस प्वाइंट का इजाफा किया है. इसके बाद ये बढ़ाकर 6.7 फीसदी कर दिया गया है. आईएमएफ की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में विकास दर 2024 और 2025, दोनों में 6.5 फीसदी रहने का अनुमान है. यह घरेलू स्तर पर लगातार हो रहे डिमांड में इजाफे को प्रदर्शित करता है.
सरकार के अनुमान पर मुहर आईएमएफ की रिपोर्ट आने से पहले हाल ही में वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) की ओर से इकोनॉमी रिव्यू जारी किया गया था. बीते सोमवार को जारी इस रिव्यू में कहा गया था कि वित्त वर्ष 2024-25 में नॉमिनल जीडीपी ग्रोथ करीब 7 फीसदी तक रह सकती है. अब वैश्विक निकाय द्वारा ग्रोथ अनुमान में की गई बढ़ोत्तरी कहीं ना कहीं वित्त मंत्रालय के इस अनुमान पर अपनी मुहर लगाता है. वित्त मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि ये रफ्तार जारी रही तो अगले तीन साल में ही भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनकर दुनिया में तीसरी बड़ी इकोनॉमी बन जाएगा. इसके साथ ही साल 2030 तक ये 7 ट्रिलियन डॉलर का स्तर छू सकती है.
चीन में प्रॉपर्टी संकट बड़ी चिंता एक ओर जहां अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष भारतीय अर्थव्यवस्था पर अपना भरोसा बरकरार रखे हुए है और इसके दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ती इकोनॉमी को लेकर पॉजिटिव बना हुआ है. वहीं दूसरी ओर चीन को आईएमएफ से लगातार झटके पर झटका लग रहा है. अपनी ताजा आउटलुक रिपोर्ट में ग्लोबल इकोनॉमी को लेकर IMF ने चीफ इकोनॉमिस्ट पियरे-ओलिवियर गौरींचास ने कहा कि मनेपाया है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था लगातार नरमी दिखा रही है. हम मुद्रास्फीति में लगातार गिरावट देख रहे हैं. ऐसे में कहा जा सकता है कि ग्लोबल इकोनॉमी धीमे-धीमे सॉफ्ट लैंडिंग की तरफ बढ़ रही है.
आईएमएफ 2024 में इसके 3.1 फीसदी की दर से आगे बढ़ने का अनुमान लगाया है. हालांकि, इस बीच चीन संकट (China Crisis) पर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने चिंता जताते हुए कहा है कि भू-राजनीतिक झटकों से नई कमोडिटी की कीमतों में बढ़ोतरी (लाल सागर में लगातार हमले समेत) और चीन में गहराता प्रॉपर्टी संकट विकास में रोड़ा बन सकता है.
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