IMA की स्वास्थ्य मंत्रालय से गुजारिश- कोरोना पर अब तो जाग जाओ
The Quint
ima health ministry: IMA ने कहा, “कोविड महामारी की दूसरी वेव से निपटने में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की सुस्ती और अनुचित कार्रवाई देखकर हैरान हैं, indian medical association says astonished by extreme lethargy of health ministry in fighting covid19
देश में कोरोना की दूसरी वेव का कहर जारी है. अस्पतालों की स्थिति हर दिन खराब होती जा रही है. डॉक्टर मरीजों की बढ़ती संख्या से परेशान हैं. देश में पिछले तीन दिनों से रोजाना 4 लाख से ज्यादा नए केस आ रहे हैं. ऐसे में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने कोविड संकट को लेकर केंद्र की कड़ी आलोचना की है. IMA ने कहा कि वो केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की 'सुस्ती' देखकर हैरान है.IMA ने अपने एक बयान में कहा, "कोविड महामारी की दूसरी वेव की वजह से पैदा हुए संकट से निपटने में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की सुस्ती और अनुचित कार्रवाई देखकर हैरान हैं."“सामूहिक चेतना, सक्रिय संज्ञान और IMA समेत दूसरे समझदार साथियों के निवेदन को कूड़ेदान में डालकर और बिना जमीनी हालात समझे फैसले लिए जाते हैं.” IMA#PMOIndia #NITIAayog #LargestVaccineDrive #IMAIndiaOrg IMA demands the health ministry wake up from its slumber and responds to mitigate the growing challenges of the pandemic. pic.twitter.com/7OxKgLhi9Q— Indian Medical Association (@IMAIndiaOrg) May 8, 2021 'हेल्थकेयर सिस्टम को लॉकडाउन की जरूरत'IMA ने कहा कि वो 'पूर्ण और सुनियोजित लॉकडाउन' की लगातार मांग कर रहा है. IMA ने कहा, "कुछ राज्यों के 10-15 दिन के लॉकडाउन की जगह पूर्ण लॉकडाउन की जरूरत है ताकि हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर को संभलने, और मैटेरियल और मैनपावर की भरपाई का समय मिल सके."IMA ने कहा कि लॉकडाउन से संक्रमण फैलने की चेन टूटेगी.“केंद्र सरकार ने लॉकडाउन लगाने की सलाह मानने से मना कर दिया और नतीजतन हर दिन 4 लाख नए मरीज आ रहे हैं और मॉडरेट से गंभीर मामलों की तादाद करीब 40 फीसदी तक बढ़ गई है.” IMAमेडिकल संस्था ने कहा कि नाइट कर्फ्यू से कुछ नहीं हो रहा है और जिंदगी अर्थव्यवस्था से ज्यादा कीमती है.'ऑक्सीजन डिस्ट्रीब्यूशन में दिक्कत'IMA ने देशभर के अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन की कमी को लेकर केंद्र पर हमला बोला है. अपने बयान में कहा, "ऑक्सीजन का संकट हर दिन गहरा रहा है और इसकी सप्लाई न होने की वजह से कई लोग मर रहे हैं और डॉक्टरों और मरीजों में पैनिक हो रहा है."IMA ने कहा कि ऑक्सीजन का प्रोडक्शन पर्याप्त है, दिक्कत उसके डिस्ट्रीब्यूशन में है.'हम असली मौतों की संख्या क्यों छुपा रहे?'IMA ने केंद्र को आंकड़ों में पारदर्शिता रखने के लिए कहा है. अपने बयान में कहा, "पहली वेव में हमने 756 डॉक्टर खो दिए हे, इस वेव में थोड़े समय में ही 146 डॉक्टरों की मौत हो गई है....More Related News