Happy Birthday Sunny Deol: पापा को पूजते हैं सनी देओल, बताया बॉबी के लिए क्यों आज भी होता है अफसोस
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सनी देओल अपने पापा धर्मेंद्र को अपना सबकुछ मानते हैं. एक इंटरव्यू में सनी ने कहा था- पापा मेरे लिए सबसे बढ़कर हैं. वो सबसे हैंडसम और सबसे अच्छा काम करने वालों में से हैं. सनी एक ऐसे सख्त एक्टर हैं, जिनके अंदर आज भी एक बच्चे का दिल धड़कता है, जो अपने पिता को जी जान से चाहता है.
सनी देओल बॉलीवुड के ऐसे एक्टर हैं जो इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान रखते हैं. कहते हैं कि उन्होंने कभी अपने एथिक्स के साथ खिलवाड़ नहीं किया है. पापा धर्मेंद्र के आज्ञाकारी, बॉबी के आदर्शवादी बड़े भाई, पत्नी-बच्चों के प्यारे, मतलब एक कम्प्लीट फैमिली मैन. 19 अक्टूबर को सनी देओल अपना 64वां जन्मदिन मनाने जा रहे हैं. जन्मदिन के इस मौके पर हम आपको बताते हैं, बॉलीवुड के आर्नल्ड कहे जाने वाले सनी के बारे कुछ खास और दिलचस्प बातें.
सनी देओल का रियल नेम अजय देओल है. उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत अमृता सिंह के साथ 1983 में फिल्म बेताब से की थी. यह अमृता सिंह की भी डेब्यू फिल्म थी. बेताब में सनी को खूब पसंद किया गया था. फिल्म में उनके कैरेक्टर का नाम सनी ही था. सनी एक्टर के घर का नाम है, स्क्रीन पर हीरो के मुताबिक ये नाम ज्यादा दमदार इम्पैक्ट देने वाला माना गया. इसी तरह अजय सनी देओल के नाम से लोगों के दिल पर छा गया. करियर की एक शानदार लंबी पारी खेलने के बाद क्या वजह रही कि सनी को काफी वक्त इंडस्ट्री से गायब रहना पड़ा.
पापा को मानते हैं अपना भगवान सनी अपने पापा धर्मेंद्र को अपना सबकुछ मानते हैं. एक इंटरव्यू में सनी ने कहा था- पापा मेरे लिए सबसे बढ़कर हैं. वो सबसे हैंडसम और सबसे अच्छा काम करने वालों में से हैं. ऐसा कोई काम नहीं जो वो ना कर पाएं. वो किसी भी चीज से घबराते नहीं हैं. अगर उनके हिसाब से कोई बात गलत है तो है, सही है तो है. मैं सिर्फ उन्हीं की फिल्में देखता हूं. मेरे लिए वो आज भी सबसे बेस्ट एक्टर, और इंसान हैं. वो बेस्ट हैं.'
बहुत स्ट्रिक्ट पिता है सनी सनी के दो बच्चे हैं राजवीर देओल और करण देओल. सनी दोनों के साथ ही एक अच्छा इक्वेशन शेयर करते हैं. सनी मानते हैं कि मैं अपने बच्चों का दोस्त नहीं बनना चाहता हूं. इसकी वजह भी उन्होंने बताई. अपने बारे में बात करते हुए सनी ने कहा मैं बहुत सख्त पिता हूं. मैं मानता हूं कि जब आप अपने बच्चे को कुछ करने से मना करते हो तो आपको बुरा इंसान कहा जाता है. लेकिन सिर्फ आप जानते हो कि आपके बच्चे के लिए क्या सही है क्या नहीं. लेकिन अगर आप नहीं बताओगे तो बड़े होकर वहीं बच्चा आपसे पूछेगा कि आपने मुझे सही-गलत का फर्क क्यों नहीं बताया. आखिर तो बच्चे को अपनी जिंदगी का डिसीजन खुद ही लेना है. एक पिता को बच्चे को वो डिसीप्लीन सिखाना पड़ता है.
सनी कहते हैं कि अगर बच्चे को सही रास्ते पर ले जाना है तो एक पिता को पिता की तरह, मां को मां की तरह, एक दोस्त को दोस्त की तरह ही बिहेव करना चाहिए. दोस्त आपके सही-गलत हर चीज में आपका साथ देता है. दोस्त आपको गलत के लिए भी बढ़ावा देता है. लेकिन एक पिता ऐसा नहीं कर सकता है. अगर वो भी गलत करने के लिए उकसाएगा तो सही बात कौन सिखाएगा.
भाईयों के लिए हुए ओवरप्रोटेक्टिव सनी छोटे भाई बॉबी के लिए जरूरत से ज्यादा हिफाजती होने के लिए आज भी रिग्रेट महसूस करते हैं. उन्होंने कहा- भाइयों के लिए मेरा जल्दी सोने चले जाना ही डिसीप्लीन है. लेकिन मेरे लिए वो जिंदगी जीने का तरीका है. मुझे सुबह उठना और उठकर शूटिंग पर जाना पसंद है. ऐसा नहीं है कि मैंने कभी वो चीजें नहीं की जो मेरे पापा को नहीं पसंद. अभय देओल के बारे में बात करते हुए सनी ने कहा कि वो ऐसा इंसान है जो अपने लिए कुछ ना कुछ ढूंढ ही लेगा. बहुत बिंदास किस्म का बंदा है.
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