Garuda Purana: मौत से पहले खो जाती है आवाज, जानिए चाहकर भी क्यों नहीं बोल पाता व्यक्ति
Zee News
मरने से पहले व्यक्ति के शरीर में कई बदलाव आने लगते हैं. उसके शब्द लड़खड़ाने लगते हैं. वह बोल नहीं पाता है. गरुड़ पुराण (Garuda Purana) में इसके पीछे की वजह बताई गई है.
नई दिल्ली: मौत (Death) से पहले मिलने वाले संकेतों, मौत के समय का अनुभव और मृत्यु के बाद आत्मा का सफर ये ऐसे विषय हैं, जिनके बारे में जानने की जिज्ञासा सभी में होती है. गरुड़ पुराण में इनके बारे में विस्तार से बताया गया है. आमतौर पर देखा और सुना जाता है मरने से पहले व्यक्ति बोलने (Speak) में अक्षम हो जाता है. वह चाहकर भी बोल नहीं पाता है. इसके पीछे की वजह गरुड़ पुराण (Garuda Purana) में बताई गई है.
कहते हैं मृत्यु (Death) जितना नजदीक आती है व्यक्ति का मोह अपने परिजनों से बढ़ता जाता है. इसी कारण अपनी मौत के समय वह आसपास मौजूद परिजनों से काफी कुछ कहना चाहता है लेकिन ज्यादातर मामलों में मरने वाले व्यक्ति की आवाज खो जाती है. वह चाहकर भी कुछ नहीं बोल पाता है. यदि वह बोले भी तो उसके शब्द लड़खड़ाने लगते हैं.