DNA ANALYSIS: इमरजेंसी में सिनेमा जगत पर सख्ती, सरकार के विरोध वाली फिल्मों का हुआ था ऐसा हाल
Zee News
जब देश आपातकाल की आग में झुलस रहा था, तब आपातकाल के स्क्रिप्ट राइटर्स में से एक संजय गांधी इस तरह के म्यूजिकल कंसर्ट आयोजित करके ये बताने की कोशिश कर रहे थे कि सब कुछ ठीक है और बड़े बड़े अभिनेता और फिल्म इंडस्ट्री का एक हिस्सा भी उनके सामने झुकने के साथ रेंगने भी लगा था.
नई दिल्ली: सिनेमा समाज का आईना होता है, लेकिन ये बड़े दुख और अफसोस की बात है कि आपातकाल के समय समाज के इस आईने को भी चकनाचूर कर दिया गया. जिस अभिनेता या गायक ने सरकार के खिलाफ आवाज उठाई उसकी आवाज छीन ली गई और जिसने फिल्मों की मदद से समाज और देश को जागरूक करने की कोशिश की, उसकी फिल्में रिलीज नहीं होने दी गईं और कई फिल्मों के प्रिंट जला दिए गए. उस समय जब देश आपातकाल की आग में झुलस रहा था, तब आपातकाल के स्क्रिप्ट राइटर्स में से एक संजय गांधी इस तरह के म्यूजिकल कंसर्ट आयोजित करके ये बताने की कोशिश कर रहे थे कि सब कुछ ठीक है और बड़े बड़े अभिनेता और फिल्म इंडस्ट्री का एक हिस्सा भी उनके सामने झुकने के साथ रेंगने भी लगा था. दिलीप कुमार जैसे सुपरस्टार तो संजय गांधी के बगल में खड़े होकर फिल्म इंडस्ट्री की तरफ से उनकी तारीफ कर रहे थे.More Related News