हरिद्वार: कुंभ में कोरोना पर भिड़े अखाड़े, बैरागी अखाड़े ने कहा- संन्यासी अखाड़ों ने फैलाया संक्रमण
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कुंभ में कई संत कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, ऐसे में कई तरह के सवाल भी उठ रहे हैं. लेकिन अब कुंभ का आयोजन जारी रखा जाए या नहीं, इसपर अखाड़े आपस में ही भिड़ गए हैं. बैरागी अखाड़े का आरोप है कि कुंभ में कोरोना संन्यासी अखाड़े के कारण फैला है.
कोरोना वायरस के बढ़ते संकट के बीच उत्तराखंड में कुंभ का आयोजन जारी है. कुंभ में कई संत कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, ऐसे में कई तरह के सवाल भी उठ रहे हैं. लेकिन अब कुंभ में कोरोना किसकी वजह से फैला, इसपर अखाड़े आपस में ही भिड़ गए हैं. बैरागी अखाड़े का आरोप है कि कुंभ में कोरोना संन्यासी अखाड़े के कारण फैला है. कोरोना के बढ़ते संकट के बीच अखाड़ों में ये जंग छिड़ गई है. कुछ अखाड़ों ने अपनी ओर से कुंभ समाप्ति की घोषणा कर दी है. लेकिन बैरागी अखाड़े का कहना है कि कोरोना संन्यासी अखाड़ों से फैला है, बैरागी अखाड़े ने इसे नहीं फैलाया है. ऐसे में कोई भी एक या दो अखाड़े कुंभ खत्म करने का फैसला नहीं कर सकते हैं. बैरागी अखाड़े के अलावा निर्मोही अखाड़े के अध्यक्ष महंत राजेंद्र दास का भी बयान आया है. महंत राजेंद्र दास का कहना है कि कुंभ में बढ़ते संक्रमण के लिए अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि जिम्मेदार हैं.सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह रही कि खींवसर को तीन क्षेत्रों में बांटकर देखा जाता है और थली क्षेत्र को हनुमान बेनीवाल का गढ़ कहा जाता है. इसी थली क्षेत्र में कनिका बेनीवाल इस बार पीछे रह गईं और यही उनकी हार की बड़ी वजह बनी. आरएलपी से चुनाव भले ही कनिका बेनीवाल लड़ रही थीं लेकिन चेहरा हनुमान बेनीवाल ही थे.
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