'हरकतें बर्दाश्त नहीं...', ब्रिटेन ने रूसी रक्षा अताशे को जासूसी के आरोप में निकाला
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ब्रिटेन के गृह सचिव जेम्स क्लेवरली ने इस बात की तरफ इशारा कि यह पिछले साल की गई 'घातक गतिविधि' के पैटर्न के बाद रूस के खिलाफ उठाए गए कदम का एक हिस्सा है. इनमें पांच बल्गेरियाई नागरिक शामिल हैं, जिन पर रूस की तरफ से ब्रिटेन में जासूसी गतिविधियों की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है.
ब्रिटिश सरकार ने बुधवार को कहा कि उसने रूसी डिफेंस अताशे को जासूसी के आरोप में निकाल दिया है. यूके गृहमंत्री कार्यालय ने कहा कि इस सप्ताह लागू किए जा रहे उपायों का उद्देश्य रूस को एक मजबूत संदेश देना है और इसमें देश में रूसी संपत्तियों से राजनयिक परिसर का दर्जा हटाना और उनके राजनयिक वीजा पर नए प्रतिबंध लगाना शामिल है.
एजेंसी के मुताबिक ब्रिटेन के गृह सचिव जेम्स क्लेवरली ने कहा, "हम रूस को एक मजबूत निवारक संदेश भेजने और ब्रिटेन को धमकी देने की रूसी खुफिया सेवाओं की क्षमता को और कम करने के लिए कार्रवाई कर रहे हैं." उन्होंने आगे कहा कि हम ब्रिटेन और अपनी जीवनशैली पर रूसी खतरे के सामने मजबूती से खड़े रहेंगे.
सरकार ने कहा कि उसने ब्रिटेन में रूसी राजदूत को इन उपायों के बारे में बताने और यह दोहराने के लिए बुलाया था कि रूस की हरकतें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी. राष्ट्रीय सुरक्षा सरकार का पहला कर्तव्य है. ब्रिटिश प्रधान मंत्री ऋषि सुनक ने कहा कि मैं अपने लोगों और सहयोगियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सब कुछ करूंगा.
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गृह कार्यालय द्वारा घोषित कदमों के तहत, यूके ने रूसी रक्षा अताशे को "एक अघोषित सैन्य खुफिया अधिकारी" के रूप में निष्कासित कर दिया है. ब्रिटेन में कई रूसी संपत्तियों से राजनयिक परिसर का दर्जा हटा दिया जाएगा, जिसमें सीकॉक्स हीथ और हाईगेट, लंदन में व्यापार और रक्षा अनुभाग शामिल है. इसके बारे में माना जाता है कि इसका उपयोग "खुफिया उद्देश्यों" के लिए किया गया है. रूसी राजनयिक वीजा पर नए प्रतिबंध लगेंगे, जिसमें रूसी राजनयिकों द्वारा ब्रिटेन में बिताए जाने वाले समय की "सीमा" लगाना भी शामिल है.
घातक गतिविधियों के खिलाफ कदम
इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट ने गुरुवार को युद्ध और मानवता के खिलाफ अपराधों को लेकर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और पूर्व रक्षा मंत्री योव गैलेंट के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया. आईसीसी ने नेतन्याहू और गैलेंट पर मानवता के खिलाफ अपराधों का आरोप लगाया, जिसमें हत्या, उत्पीड़न और अमानवीय कृत्यों की बात कही गई.