सेलिब्रिटिज की पार्टी का अड्डा था 'सांसों के सौदागर' नवनीत कालरा का फार्म हाउस, यहीं होते थे काले कारनामे
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कोरोना काल में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की कालाबाजारी कर लोगों की सांस का सौदा करने वाले नवनीत कालरा की तलाश की जा रही है. दिल्ली की क्राइम ब्रांच ने कालरा को दबोचने के लिए विभिन्न राज्यों में अभियान चलाया हुआ है, तो वहीं इस बीच आजतक की टीम ने कालरा के ठिकानों का जायजा लिया, तो वहां चौंकाने वाली जानकारी हाथ लगी.
दिल्ली में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की कालाबाजारी करने वाला नवनीत कालरा अंडर ग्राउंड हो गया है. क्राइम ब्रांच की एक टीम उसकी तलाश में लगी है, तो वहीं दूसरी टीम उसके कनेक्शन का पता लगाने में जुटी हुई हैं. वहीं आजतक की टीम ने कालरा के छतरपुर स्थित फार्म हाउस का जायजा लिया, तो यहां बैठे चौकीदार ने कई अहम जानकारियां दीं. उसने बताया कि किस तरह रेड पड़ने के बाद कालरा फरार हुआ.सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह रही कि खींवसर को तीन क्षेत्रों में बांटकर देखा जाता है और थली क्षेत्र को हनुमान बेनीवाल का गढ़ कहा जाता है. इसी थली क्षेत्र में कनिका बेनीवाल इस बार पीछे रह गईं और यही उनकी हार की बड़ी वजह बनी. आरएलपी से चुनाव भले ही कनिका बेनीवाल लड़ रही थीं लेकिन चेहरा हनुमान बेनीवाल ही थे.
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