सीबीआई ने जिसे मृत घोषित किया उस ज़िंदा महिला की कहानी
BBC
84 साल की बादामी देवी आजकल ख़बरों में है. इसकी वजह है कि सीबीआई ने उन्हें कोर्ट में बीते 24 मई को मृत घोषित कर दिया था.
बिहार के सिवान शहर की कसेरा टोली की गलियों में बर्तनों और सोने-चांदी की मंझोली दुकानों के बीच से एक पतली गली निकलती है. इस पतली गली के किनारे पर ही एक मकान है, जिसके बारे में लोग बताने से हिचकते हैं.
मकान का मुख्य दरवाज़ा पुराने ढंग का लकड़ी का भारी दरवाज़ा है. इस दरवाज़े के भीतर घुसते ही आपको हल्के हरे रंग से पुते हुए मोटे-मोटे गोलाकार खंभे मिलेंगे. पूरे मकान में इस उमस भरी गर्मी में हवा बमुश्किल घुस पाती है.
मकान के पहले तल्ले पर जाने के लिए पतली सीढ़ियों पर अंधेरा पसरा है. मोबाइल की रोशनी के सहारे इस अंधेरे को पार कर एक बहुत ही संकरा रास्ता है. जिससे गुज़रकर आप जिस कमरे में पहुंचते है वहां भी बल्ब इतनी कम रोशनी दे रहे कि कोई किसी का चेहरा साफ़- साफ़ नहीं दिख सकता.
लेकिन बहुत सामान्य से दिखने वाले घर में भी आप बिना किसी 'रेफरेंस' के नहीं जा सकते. जबकि दो कमरों के इस घर में सिर्फ़ एक बुजुर्ग औरत रहती है. ये बुजुर्ग औरत खुद को दिल का मरीज़ बताती है और दरवाज़ा, दीवार या फिर कोई ठोस चीज पकड़ कर ही चल पाती है.