सावधान! इंटरनेट पर मौजूद fake Oximeter App से रहे सतर्क, सेहत के साथ पैसों की भी लग रही चपत
Zee News
देश कोरोना के कहर से परेशान है. एक तरफ लोग जहां बेड, ऑक्सीजन को लेकर परेशान है तो साइबर क्रिमिनल मदद लेने और देने के नाम पर चपत लगा रहे हैं.
नई दिल्ली: देश कोरोना के कहर से परेशान है. एक तरफ लोग जहां बेड, ऑक्सीजन को लेकर परेशान है तो साइबर क्रिमिनल मदद लेने और देने के नाम पर चपत लगा रहे हैं. Oximeter कोरोना रोगियों के लिए एक संजीवनी की तरह है. एक तरफ Oximeter की जहां फिजिकल डिवाइस से लोग ऑक्सीजन का स्तर माप रहे हैं तो दूसरी तरफ ऑक्सीमीटर App भी प्रचलन में है. इन्हीं Oximeter App के द्वारा साइबर क्रिमिनल लोगों को ठग रहे हैं. यही नहीं इन App से रीडिंग भी सही नहीं आ रही है जिससे लोग पैनिक हो जा रहे हैं. गुजरात पुलिस ने जारी की एडवाइजरी गुजरात पुलिस ने ऑक्सीमीटर App को लेकर चेतावनी भी जारी की है. इस एडवाइजरी में कहा गया है कि स्मार्टफोन्स के लिए कई Fake Oximeter App इंटरनेट पर सर्कुलेट हो रहे हैं और इनसे जालसाजी या साइबर क्राइम होने का खतरा पैदा हो सकता है. गुजरात पुलिस के अलावा हरियाणा साइबर क्राइम और DGP कर्नाटक ने भी लोगों को fake Oximeter App और उनके दावों को लेकर चेतावनी जारी की है.Shagun Yojana: बेटियों की शादी पर सरकार दे रही 31,000 रुपये की मदद, जानिए- किस विभाग में मिलना होगा?
Shagun Yojana ki Jankari: राज्य सरकार की ओर से गरीब परिवारों को बेटियों की शादी पर शगुन दिया जाता रहा है. योजना का मुख्य उद्देश्य 18 वर्ष से अधिक आयु के बीपीएल परिवारों की लड़कियों और महिलाओं पर बेटियों की शादी का बोझ कम करके उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करना है.
How to apply for internship scheme: स्कीम के तहत पात्र उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पूरा करने वाले छात्र हैं. इनमें ITI प्रमाणपत्र रखने वाले, पॉलिटेक्निक संस्थानों से डिप्लोमा रखने वाले या स्नातक की डिग्री रखने वाले लोग शामिल हैं. इन्हें ही आवेदन करने की पात्रता है. यह कार्यक्रम विशेष रूप से 21 से 24 वर्ष की आयु के भारतीय नागरिकों के लिए डिजाइन किया गया है जो वर्तमान में फुल टाइम रोजगार या शिक्षा में नहीं हैं.