सर्वदलीय बैठक में बोले जयशंकर-अफगानिस्तान के हालात गंभीर,लोगों को निकालना जरूरी
The Quint
All Party Meeting:जयशंकर ने कहा तालिबान दोहा संधि पर चला गया,भारत ने अफगानिस्तान में अराजकता पर "रुको और देखो" नीति अपनाई थी.Jaishankar said Taliban went on Doha treaty, adding India had adopted a wait and watch" policy over the chaos in Afghanistan
अफगानिस्तान संकट (Afganistan Crisis) पर सर्वदलीय बैठक बुलाई गई, जिसमें सभी 31 पार्टियों के 37 नेता शामिल हुए. बैठक के बाद विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने कहा कि इस मुद्दे पर सरकार और सब राजनीतिक पार्टियों की एक जैसी राय है. बैठक में उन्होंने बताया कि अफगानिस्तान के हालात खराब है और लोगों को वहां से निकालने का काम चल रहा है. हम ज्यादातर भारतीयों को वापस ले आए हैं, लेकिन सबको वापस नहीं लाए हैं. हम कुछ अफगान नागरिकों को भी लाए हैं, जो इस समय भारत आना चाहते थे. सरकार जल्दी से जल्दी लोगों की पूरी वापसी सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है.बैठक के बाद कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा-हमें देश और लोगों के हित में एकजुट होकर काम करना है. उन्होंने मीटिंग में ''वेट एंड वॉच'' के लिए बोला है. बता दें कि अफगानिस्तान में 15 अगस्त को तालिबान के सत्ता में आने के बाद तेजी से बदल रहे हैं. लोगों को वहां से निकालने का काम लगातार चल रहा है. युद्धग्रस्त अफगानिस्तान से बचाव के प्रयासों को सरकार द्वारा ऑपरेशन देवी शक्ति का नाम दिया गया है, जिसकी घोषणा 24 अगस्त को विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने की थी.उन्होंने भारतीय वायुसेना और सरकारी स्वामित्व वाली एयर इंडिया और विदेश मंत्रालय के अधिकारियों सहित अन्य वाणिज्यिक उड़ानों द्वारा निभाई जा रही महत्वपूर्ण भूमिका की भी सराहना की है. भारत ने काबुल के साथ-साथ कतर, दोहा और ताजिकिस्तान जैसे पड़ोसी देशों से बचाव अभियान जारी रखा है.अब तक, इसने अफगानिस्तान से 800 से अधिक लोगों को निकाला है, जिसमें कुछ प्रतिष्ठित अफगान नागरिक और सिख समुदाय के दो संसद सदस्य शामिल हैं, इन लोगों को कतर के दोहा, ताजिकिस्तान के दुशांबे और अन्य पड़ोसी देशों में एयर इंडिया की विशेष उड़ानों और कुछ निजी वाहकों के माध्यम से नई दिल्ली लाया गया है.ADVERTISEMENTभारतीय अधिकारी निकासी की सुविधा के लिए ताजिकिस्तान और कतर में अपने मिशनों के संपर्क में हैं और उनसे परिवहन, ठहरने और अन्य आवश्यक सहायता जैसे सभी सहायता प्रदान करने के लिए कहा है।इन घटनाक्रमों की जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने कहा, "अफगानिस्तान के कई प्रांतों में बिखरे हुए भारतीय कामगारों के साथ तालमेल बिठाना और उन्हें आस-पास के देशों में ले जाना एक बड़ी चुनौती बन गया है.(हैलो...More Related News