संविधान दिवसः परिवारवाद और भ्रष्टाचार पर पीएम मोदी का सवाल और विपक्ष का पलटवार
BBC
संविधान दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जहां राजनीति में वशंवाद और भ्रष्टाचार पर चिंता जाहिर की वहीं विपक्ष ने उन पर संविधान की परंपराओं को दबाकर निर्णय लेने का आरोप लगाया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर राजनीति में परिवारवाद और भ्रष्टाचार के लिए सज़ा पा चुके लोगों को फिर से राजनीतिक गलियारे में उठने बैठने की अनुमति दिए जाने पर तमाम विपक्षी पार्टियों को निशाने पर लिया.
प्रधानमंत्री ने किसी राजनीतिक पार्टी या व्यक्ति का नाम लिए बग़ैर कहा कि अगर कोई पार्टी एक ही परिवार के ज़रिए कई पीढ़ियों तक चलाई जाती है, तो यह स्वस्थ लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है.
प्रधानमंत्री ने ये भी कहा कि भ्रष्टाचार के लिए सज़ा हो चुकी हो उनकी फिर से राजनीति में प्राण प्रतिष्ठा करने की प्रतिस्पर्धा चल पड़ी है. इससे चिंतित होने की ज़रूरत है.
आज़ादी के अमृत महोत्सव के मद्देनज़र शुक्रवार को संविधान दिवस मनाया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी अवसर पर संसद के सेंट्रल हॉल में बग़ैर किसी का नाम लिए ये बातें कहीं.
उन्होंने नाम तो किसी का नहीं लिया लेकिन घेरे में गांधी परिवार, यूपी-बिहार के यादव परिवार, कश्मीर के मुफ़्ती और अब्दुल्ला परिवार सभी आ गए.