शाहजहांपुरः 12 घंटे बाद 7 साल का मासूम बरामद, अपहरण की वजह जानकर पुलिस हैरान
AajTak
पुलिस ने 7 साल के सैफ को सकुशल बरामद कर लिया. साथ ही अपहरणकर्ता भी पकड़ा गया. जिसकी पहचान दीपक के तौर पर हुई. पुलिस ने आरोपी दीपक से अपहरण की वजह पूछी तो उसने बताया कि अपनी पत्नी को पाने के लिए उसने बच्चे का अपहरण किया था.
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में एक 7 सात साल के मासूम बच्चे का अपहरण कर लिया गया. हालांकि पुलिस ने इस मामले में तेजी दिखाते हुए महज 12 घंटे में इस अपहरणकांड का खुलासा कर दिया और बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया. पुलिस ने किडनैपर को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी ने अपहरण की जो वजह बताई, उसे जानकर पुलिस भी हैरान रह गई. मामला शाहजहांपुर के थाना रोजा क्षेत्र का है. जहां रहने वाले नबी के 7 वर्षीय बेटे सैफ को किसी ने अगवा कर लिया. नबी उसे इधर-उधर तलाश करने के बाद पुलिस को शिकायत दर्ज कराई. मामला अपहरण का था, लिहाजा पुलिस फौरन मामले की छानबीन में जुट गई. पुलिस ने पूरे मामले की कड़ियां जोड़ी. फिर सर्विलांस का इस्तेमाल किया. इस तरह से पुलिस महज 12 घंटे में बच्चे तक जा पहुंची.सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह रही कि खींवसर को तीन क्षेत्रों में बांटकर देखा जाता है और थली क्षेत्र को हनुमान बेनीवाल का गढ़ कहा जाता है. इसी थली क्षेत्र में कनिका बेनीवाल इस बार पीछे रह गईं और यही उनकी हार की बड़ी वजह बनी. आरएलपी से चुनाव भले ही कनिका बेनीवाल लड़ रही थीं लेकिन चेहरा हनुमान बेनीवाल ही थे.
देश का सबसे तेज न्यूज चैनल 'आजतक' राजधानी के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में तीन दिवसीय 'साहित्य आजतक' महोत्सव आयोजित कर रहा है. इसी कार्यक्रम में ये पुरस्कार दिए गए. समारोह में वरिष्ठ लेखकों और उदीयमान प्रतिभाओं को उनकी कृतियों पर अन्य 7 श्रेणियों में 'आजतक साहित्य जागृति सम्मान' से सम्मानित किया गया.
आज शाम की ताजा खबर (Aaj Ki Taza Khabar), 23 नवंबर 2024 की खबरें और समाचार: खबरों के लिहाज से शनिवार का दिन काफी अहम रहा है. महाराष्ट्र में नतीजे आने के बाद सूत्रों की मानें तो एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पर पर अपना दावा ठोका है. सीएम योगी ने यूपी उपचुनाव के नतीजों को पीएम मोदी के नेतृत्व की जीत बताया है.
हिंदी साहित्य के विमर्श के दौरान आने वाले संकट और चुनौतियों को समझने और जानने की कोशिश की जाती है. हिंदी साहित्य में बड़े मामले, संकट और चुनने वाली चुनौतियाँ इन विमर्शों में निकली हैं. महत्वपूर्ण विचारकों और बुद्धिजीवियों ने अपने विचार व्यक्त किए हैं. हिंदी साहित्यकार चन्द्रकला त्रिपाठी ने कहा कि आज का विकास संवेदन की कमी से ज्यादा नजर आ रहा है. उन्होंने कहा कि व्यक्ति प्रेम के लिए वस्तुओं की तरफ झूक रहा है, लेकिन व्यक्ति के प्रति संवेदना दिखाता कम है. त्रिपाठी ने साहित्यकारों के सामने मौजूद बड़े संकट की चर्चा की. ये सभी महत्वपूर्ण छोटी-बड़ी बातों का केंद्र बनती हैं जो हमें सोचने पर मजबूर करती हैं.