वीडियो गेम कैसे बन रहे हैं चरमपंथियों के नए हथियार
BBC
बीबीसी क्लिक प्रोग्राम ने अपनी पड़ताल में पाया है कि चरमपंथी नफ़रत फैलाने के लिए वीडियो गेम और गेमिंग प्लैटफॉर्म का खूब इस्तेमाल कर रहे हैं.
पिछले क़रीब तीन महीनों के शोध में पाया गया है कि यहूदी-विरोधी विचारधारा, नस्लभेद और समलैंगिकों के ख़िलाफ़ नफ़रत फैलाने के लिए वीडियो गेमों का इस्तेमाल हो रहा है.
डीलाइव और ओडिसी जैसी लाइव स्ट्रीमिंग सर्विसेज़ पर इस बारे में चैट होता है.
इन जगहों पर कॉल ऑफ़ ड्यूटी और माइनक्राफ्ट जैसे वीडियो गेमों को लेकर बातचीत होती है.
बाद में बातचीत टेलीग्राम जैसे प्राइवेट मैसेजिंग ऐप्स पर शिफ़्ट हो जाती है.
इस क्षेत्र में काम करने वाले लोगों का कहना है कि रोज़ाना की बातचीत में चरमपंथ से जुड़े नैरेटिव को शामिल करने से लोगों का उग्रवाद की ओर झुकाव पैदा हो सकता है.
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