लखीमपुर खीरी: करंट लगने से बाघ की मौत, घटना के पीछे शिकारियों का हाथ होने की आशंका
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उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में मितौली थाना क्षेत्र के भीरमपुर गांव में करंट लगने से एक बाघ की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि गांव के बाहर एक खेत में लोगों ने जंगली जानवरों के शिकार के लिए बिजली के करंट के तारों का जाल बिछा दिया था.
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में मितौली थाना क्षेत्र के भीरमपुर गांव में करंट लगने से एक बाघ की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि गांव के बाहर एक खेत में लोगों ने जंगली जानवरों के शिकार के लिए बिजली के करंट के तारों का जाल बिछा दिया था. जिसकी चपेट में आने से बाघ की मौत हुई. इसी तार के संपर्क में आने से एक जंगली सुअर भी मारा गया. घटना के पीछे शिकारियों का हाथ होना बताया जा रहा है. (फोटो-अभिषेक वर्मा) सुबह जब ग्रामीण खेतों में काम के लिए गए तो वहां पर उन्होंने एक मृत बाघ को देखा. फिर यह खबर पूरे इलाके में आग की तरह फैल गई और मौके पर हजारों की भीड़ जमा होने लगी. कई लोग मृत पड़े बाघ के साथ सेल्फी लेने लगे तो कुछ लोग बाघ की मूछें और शरीर के बालों को नोंचकर अपनी जेब में रखने लगे. गांव वालों का कहना है कि इस स्थान पर क्षेत्र के कुछ शिकारियों द्वारा जंगली जानवरों का शिकार करने के लिए ये काम करते थे. जिसमें नीलगाय, जंगली सुअर की मौत होती रहती थी, लेकिन बीती रात इसी स्थान पर सुअर का पीछा करते हुए एक बाघ भी पहुंच गया.सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह रही कि खींवसर को तीन क्षेत्रों में बांटकर देखा जाता है और थली क्षेत्र को हनुमान बेनीवाल का गढ़ कहा जाता है. इसी थली क्षेत्र में कनिका बेनीवाल इस बार पीछे रह गईं और यही उनकी हार की बड़ी वजह बनी. आरएलपी से चुनाव भले ही कनिका बेनीवाल लड़ रही थीं लेकिन चेहरा हनुमान बेनीवाल ही थे.
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