यूएन पीसकीपिंग मिशन के तहत भारी संख्या में कॉन्गो में तैनात हैं भारतीय सेना के जवान
ABP News
मिलिशिया के बीच में शांति स्थापित करने के साथ-साथ भारतीय सेना स्थानीय लोगों के लिए मानवीय सहायता भी प्रदान करती है. इसके अलावा भारतीय सेना यहां एक फील्ड हॉस्पिल भी संचालित करती है.
नई दिल्लीः सरहद पर दुश्मन से लोहा लेना हो या देश के भीतर कोरोना से लड़ना या फिर सात समंदर पार, हर जगह भारतीय सेना मानवता की मदद के लिए सबसे आगे खड़ी मिलती है. ताजा उदाहरण अफ्रीकी देश कॉन्गो (या कांगो) का है जहां ज्वालामुखी फटने से मुसीबत में आए एक शहर की निगहबानी ना केवल भारतीय सैनिक कर रहे हैं बल्कि आम लोगों को सुरक्षित वहां से निकलने में भी मदद कर रहे हैं. भारतीय सेना की ये टुकड़ी यूएन पीसकीपिंग मिशन के तहत काफी लंबे समय से कॉन्गो में तैनात है. भारतीय सेना के मुताबिक, 22 मई यानि शनिवार की शाम को कॉन्गों के गोमा शहर के करीब माउंट नयारगोंगो में ज्वालामुखी फट गया. ज्वालामुखी फटने के चलते संयुक्त-राष्ट्र यानि यूएन ने शहर में तैनात शांति-सेना को यहां से सुरक्षित स्थान पर जाने का अलर्ट जारी कर दिया. लावा के शहर में दाखिल होने के डर से स्थानीय लोग भी शहर छोड़कर जाने लगा. ऐसे में यूएन पीसकीपिंग मिशन का हिस्सा, भारतीय सेना की टुकड़ी ने मोर्चा संभाल लिया.More Related News