मिस्र में फांसी का इंतज़ार कर रहे पाकिस्तानी, और उनके बिखरे परिवार
BBC
एक जहाज़ पर ड्रग्स पकड़े जाने के मामले में उसपर काम करने वाले चालक दल के पाकिस्तान के छह लोगों को मौत की सज़ा सुनाई गई है. उनके वकील का कहना है कि इस जहाज़ को मिस्र जाना ही नहीं था. ये कैसे हुआ इसकी जाँच होनी चाहिए.
कराची में रहने वाली अनम अफ़ज़ल के पति राहील हनीफ़ को इस साल मिस्र में ड्रग्स की तस्करी करने के आरोप में छह अन्य लोगों के साथ मौत की सज़ा सुनाई गई है. वो एक जहाज़ पर काम कर रहे थे.
अनम कहती हैं कि "अब और इंतज़ार नहीं होता." विमान में चढ़ने से पहले राहील ने अनम से कहा था कि अगर वो एक साल में वापस आ जाते हैं तो अपने बच्चे के जन्म की ख़ुशी में शानदार पार्टी करेंगे.
राहील के जाने के दो हफ्ते बाद अनम ने एक बेटे को जन्म दिया जिसने अभी तक अपने पिता का चेहरा नहीं देखा है.
राहील हनीफ़ और उनके छह साथियों को मिस्र के अधिकारियों ने चार साल पहले, 2017 में गिरफ्तार किया था. उन पर ड्रग तस्करी के आरोप लगाए गए. इनमें से एक पाकिस्तानी मूल का ईरानी नागरिक है और बाकी सभी पाकिस्तान से हैं.
मिस्र के अधिकारियों का दावा है कि उनके जहाज़ से दो टन हेरोइन मिली थी. अधिकारियों के मुताबिक, यह मिस्र में अब तक की नशीली दवाओं की सबसे बड़ी बरामदगी है.