महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की रेस में शामिल हुए ये केंद्रीय मंत्री, कयासों पर खुद दी सफाई
AajTak
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत मिलने के बावजूद महायुति में अभी तक मुख्यमंत्री के नाम का चयन नहीं हो सका है. बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस का नाम लगातार इस रेस में सबसे आगे बना हुआ है लेकिन एक और नाम की चर्चा हो रही है. केंद्रीय मंत्री मुरलीधर मोहोल के नाम की जैसे ही चर्चा हुई तो उन्होंने तुरंत सफाई दी.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में महायुती ने प्रचंड बहुमत तो हासिल किया लेकिन अभी तक सीएम के नाम को लेकर सस्पेंस बना हुआ है. नया मुख्यमंत्री कौन होगा, इसे लेकर बैठकों का दौर जारी है.सियासी गलियारों में चर्चा हो रही है कि आखिर कौन राज्य के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेगा.
हालांकि देवेंद्र फडणवीस का नाम सीएम की दौड़ में सबसे आगे बताया जा रहा है लेकिन कहा ये भी जा रहा है कि बीजेपी राजस्थान और मध्य प्रदेश की तरह महाराष्ट्र में भी चौंका सकती है.ऐसे में अचानक सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री पद के लिए केंद्रीय नागरिक उड्डयन और सहकारिता राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल के नाम की भी चर्चा होने लगी. मामला बढ़ता देख मुरलीधर मोहोल की तरफ से सफाई भी आई है.
यह भी पढ़ें: 'यह जनादेश का अपमान', महाराष्ट्र में सरकार गठन में देरी पर बोले शरद पवार, संजय राउत ने कहा- शिंदे तो गांव में बैठ गए
मोहोल ने दी सफाई मोहोल ने कहा, 'महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद के लिए सोशल मीडिया में मेरे नाम की चर्चा व्यर्थ और काल्पनिक है. हम भारतीय जनता पार्टी के रूप में लड़े हैं, हमारे नेता माननीय देवेंद्र जी के नेतृत्व में चुनाव लड़े. महाराष्ट्र की जनता ने भी ऐतिहासिक बहुमत दिया है.'
उन्होंने आगे कहा, 'हमारी भारतीय जनता पार्टी में पार्टी का अनुशासन और पार्टी का निर्णय सर्वोच्च है. ऐसे निर्णय संसदीय बोर्ड में आम सहमति से लिए जाते हैं, सोशल मीडिया पर चर्चा से नहीं! और एक बार संसदीय बोर्ड में निर्णय हो जाने के बाद, पार्टी का निर्णय हमारे लिए सर्वोच्च होता है. इसलिए सोशल मीडिया पर मेरे नाम की चर्चा निरर्थक है.'
पुणे लोकसभा क्षेत्र से भारी मतों से निर्वाचित मुरलीधर मोहोल पहली बार सांसद बने हैं.जब उन्होंने अपना नामांकन किया था तो उसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने मोहोल के लिए चुनावी सभा की थी. विपक्ष के उम्मीदवार धांगेकर करारी शिकस्त देकर मोहोल संसद पहुंचे और बाद में उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में मौका मिला.
एकनाथ शिंदे के मुंबई में महायुति की बैठक रद्द कर दिल्ली से सीधे सतारा में अपने पैतृक गांव जाने के बाद ऐसी अटकलें थीं कि वह गठबंधन में मुख्यमंत्री पद को लेकर बने गतिरोध से नाराज हैं. हालांकि, शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने इन दावों को खारिज कर दिया और स्पष्ट किया कि पार्टी प्रमुख अस्वस्थ महसूस कर रहे थे, इसलिए अपने गांव गए हैं.
दक्षिण भारत के राज्यों में चक्रवाती तूफान 'फेंगल' का खतरा बढ़ रहा है. इसके असर से कई इलाकों में स्थिति गंभीर हो सकती है. इस तूफान की वजह से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में सावधानी को बढ़ाने की आवश्यकता है. मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों में तूफान की गति और इसकी दिशा में बदलाव हो सकता है.