ब्रिटनी स्पीयर्स: अमेरिकी पॉप सिंगर ने क्यों कहा 'मुझे ज़िंदगी जीने दो'
BBC
2008 में कोर्ट के एक आदेश के बाद से ब्रिटनी के जीवन और करियर से जुड़े फ़ैसले कोई और लेता है. ब्रिटनी का अपने पैसों पर भी कोई नियंत्रण नहीं है.
अमेरिकी पॉप स्टार ब्रिटनी स्पीयर्स ने लॉस एंजेल्स की एक कोर्ट में कहा है कि उन्हें उनकी "ज़िंदगी वापस चाहिए." उन्होंने अदालत से कहा कि वो चाहती हैं कि उनके बिज़नेस और उनकी ज़िंदगी के 13 साल लंबे 'अपमानजनक प्रबंधन' को ख़त्म किया जाए. बीते कई सालों से ब्रिटनी के लीगल गार्जियन (क़ानूनी तौर पर उनके अभिभावक) उनके करियर के फ़ैसले ले रहे हैं. साल 2008 में ब्रिटनी मानसिक स्वास्थ्य की परेशानी से जूझ रही थीं, उस दौरान कोर्ट ने कंज़र्वेटरशिप नाम की एक प्रक्रिया के तहत उनकी देखरेख के लिए कंज़र्वेटर यानी क़ानूनी अभिभावक नियुक्त किए थे. कोर्ट ने अपने आदेश में ब्रिटनी की संपत्ति और उनकी ज़िंदगी के अहम फ़ैसले लेने का हक़ उनके पिता जेमी स्पीयर्स को दिया था. लेकिन बाद में ब्रिटनी ने अपने पिता को इस भूमिका से बाहर करने की गुज़ारिश की. अब ब्रिटनी के फैन्स #FreeBritney नाम से एक अभियान शुरू कर उनके पिता को उनकी तरफ से फ़ैसले लेने के हक़ से बाहर करने की मांग कर रहे हैं. इस साल ब्रिटनी की ज़िंदगी और उनके गार्जियनशिप को लेकर फ्रेमिंग ब्रिटनी स्पीयर्स नाम की एक डॉक्यूमेन्ट्री रिलीज़ की गई है जिसके बाद एक बार फिर ब्रिटनी की इस लंबी क़ानूनी लड़ाई ने लोगों का ध्यान खींचा है.More Related News