बायोपिक से तंग आए रणदीप हुड्डा, करना चाहते हैं मसाला फिल्में, बोले- बहुत चैलेंजिंग होता है...
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रणदीप से जब पूछा गया कि क्या वो और बायोपिक करना चाहेंगे? तो रणदीप ने बताया कि शेर सिंह राणा पर काम अभी भी जारी है. वो शेर सिंह राणा जो अफगानिस्तान से पृथ्वीराज चौहान के अवशेष वापस लाए थे. हम इसे एक साथ लाने की कोशिश कर रहे हैं.
स्वातंत्र्यवीर सावरकर, सरबजीत जैसी फिल्मों से अपनी एक्टिंग की छाप छोड़ चुके रणदीप हुड्डा, लगता है अब बायोपिक फिल्मों से तंग आ चुके हैं. उन्होंने IFFI 2024 में इस बारे में बात की, रणदीप ने कहा कि अब वो मसाला फिल्मों की ओर भी रुख करना चाहते हैं.
एक और बायोपिक पर काम जारी
रणदीप से जब पूछा गया कि क्या वो और बायोपिक करना चाहेंगे? तो रणदीप ने बताया कि शेर सिंह राणा पर काम अभी भी जारी है. वो शेर सिंह राणा जो अफगानिस्तान से पृथ्वीराज चौहान के अवशेष वापस लाए थे. हम इसे एक साथ लाने की कोशिश कर रहे हैं. मैं बायोपिक से दूर रहने की कोशिश कर रहा हूं, क्योंकि वो बहुत थकाने वाले होते हैं. लेकिन लोग भूल जाते हैं कि मैंने सावरकर से पहले एक्शन और रोमांटिक फिल्में की हैं. मैंने सभी तरह की फिल्में की हैं. मैं मनोरंजक सिनेमा के जरिए दर्शकों की पसंद तक पहुंचना पसंद करूंगा. इसके लिए एक्शन एक बहुत अच्छा ऑप्शन लगता है.
खुद एक्ट करेंगे तभी डायरेक्ट करेंगे
रणदीप ने ही स्वातंत्र्यवीर सावरकर फिल्म को डायरेक्ट भी किया था. इसके बाद से उन्हें डायरेक्शन के भी खूब ऑफर्स आए हैं. इस पर बात करते हुए रणदीप ने कहा- मेरे पास बहुत सारे ऑफर हैं, लेकिन मैं डायरेक्शन तभी करूंगा जब मैं उसमें एक्टिंग करूंगा क्योंकि मुझे मुझसे बेहतर एक्टर नहीं मिल सकता. मेरे पास दो तीन ऑफर्स हैं, लेकिन सब ज्यादातर एक्शन है.
मसाला फिल्मों की ओर झुकाव
यामी गौतम ने अपने करियर की सफलता का श्रेय अपने काम को दिया और कहा की जब निर्माता उन पर भरोसा करते हैं और फिल्में चली जाती हैं, तो दर्शक भी उनको सराहते हैं. उन्होंने विशेष रूप से फिल्म 'ओ माय गॉड 2' का जिक्र किया, जो कि आयाम में अलग और अद्वितीय थी, लेकिन फिर भी इसने अच्छा प्रदर्शन किया. यामी ने संजीदगी से यह बात रखी की एक अच्छी फ़िल्म की सराहना होती है और इसलिए खुद पर विश्वास रखना और जोखिम उठाना अत्यंत आवश्यक है.