प्रेग्नेंसी में पति ने खाई में दे दिया था धक्का, मरी नहीं, जिंदा लौटी और फिर...
AajTak
महिला ने बताया कि पति ने उसे थाईलैंड में छुट्टियों के दौरान 34 मीटर ऊंची पहाड़ी से धक्का दे दिया था. ये घटना जून 2019 में हुई. उसका बच्चा मर गया. वांग को इस सदमे से उबरने में कई साल लग गए.
ये महिला पति के साथ छुट्टियां मनाने गई थी. उस वक्त वो तीन महीने की गर्भवती थी. जिस पति को वो खुशियां देने वाला समझ रही थी, वही उसके खिलाफ साजिश रचकर बैठा था. उसने उसे खाई से धक्का दे दिया. पति को लगा कि वो मर गई है. मगर वो जिंदा वापस लौटी और उसने पति से इसका बदला भी लिया. ये महिला चीन में रहती है. उसका पति उसे ट्रिप पर थाईलैंड ले गया था. महिला का नाम वांग नुआनुआन है. उसने बताया कि पति ने उसे थाईलैंड में छुट्टियों के दौरान 34 मीटर ऊंची पहाड़ी से धक्का दे दिया था. ये घटना जून 2019 में हुई.
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के अनुसार, महिला जीवित तो बच गई लेकिन उसकी 17 हड्डियां टूट गई थीं. उसका बच्चा मर गया. वांग को इस सदमे से उबरने में कई साल लग गए. वो 20 अप्रैल को दोबारा थाईलैंड आई और उसी जगह पर गई जहां से उसे धक्का दिया गया था. उसने रेस्क्यू टीम के लोगों को शुक्रिया कहा. वो कहती है, 'मेरे अच्छे दोस्त की मां की अचानक मौत हो गई थी. ऐसे में मैं भी किसी पछतावे में नहीं रहना चाहती थी. मैं उन लोगों से मिलना चाहती थी, जिन्होंने मुझे बचाया.'
उसने सोशल मीडिया पर लिखा, 'एक बार मैंने सोचा था कि इस जगह पर लौटने की हिम्मत मैं 10 या 20 साल बाद ही जुटा पाऊंगा. लेकिन 10 साल बहुत लंबा वक्त है. कोई नहीं जानता कि भविष्य में क्या होगा. यहां लौटकर मुझे एहसास हुआ कि मैं किसी चमत्कार के कारण नहीं, बल्कि इसलिए जीवित रह सकी क्योंकि कई लोगों ने मेरी मदद करने की पूरी कोशिश की थी.' उसने पुलिस स्टेशन जाकर उन पुलिस कर्मियों को भी शुक्रिया कहा, जिन्होंने उसके केस की जांच की थी. उन्होंने वांग के यहां आने पर उसे सम्मान दिया.
वांग का कहना है कि उसके कई ऑपरेशन हुए. इलाज पूरा होने में सालों लग गए. अब जाकर वो अपने पैरों पर चल पा रही है. वहीं उसके पति यू शियाओदोंग को थाईलैंड की अदालत ने बीते साल जून महीने में 33 साल, 4 महीने की सजा सुनाई है. मामले की तीसरी सुनवाई के बाद ही फैसला आ गया. वांग का कहना है कि यू उसे मारकर उसकी सारी संपति हड़पना चाहता था. ताकि इस पैसे से अपने सट्टेबाजी के कर्ज को चुका सके. वांग ने अपने बिजनेस से खूब पैसा कमाया है. उसने बीते साल पति के खिलाफ तलाक भी दायर किया, क्योंकि चीन और थाईलैंड के अधिकारियों से दस्तावेज लेने में काफी समय लग गया.
Delhi Pollution: सर्द मौसम की शुरुआत होने के साथ ही दिल्ली की हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है. आलम यह है कि नवंबर के मध्य में ही दिल्ली में धुंध की एक मोटी परत छा गई है, जिससे लोगों का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है. लोगों को सांस लेने में समस्या से लेकर गले में जलन तक की परेशानी से जूझते हुए देखा जा रहा है.
Redmi A4 5G Launch in India: Xiaomi के सस्ते फोन Redmi A4 5G को खरीदते हुए आपको सावधान रहने की जरूरत है. ये फोन 5G सपोर्ट के साथ तो आता है, लेकिन इस पर आपको Airtel 5G का सपोर्ट नहीं मिलेगा. कंपनी ने लॉन्च इवेंट में तो इस बारे में जानकारी नहीं दी थी, लेकिन स्पेक्स पेज पर एक छोटी डिटेल जरूर दी है. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला.
UP Police Recruitment Scam: यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड ने 2020-21 में सब-इंस्पेक्टर, प्लाटून कमांडर और अग्निशमन अधिकारी के पदों के लिए ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की थी. जांच में सामने आया कि सात अभ्यर्थियों ने अलग-अलग परीक्षा केंद्रों पर सॉल्वर गैंग की मदद से अपनी जगह सॉल्वर गैंग के डमी कैंडिडेंट्स को बैठाया था.
Hyundai Ioniq 9 साइज में काफी बड़ी है और कंपनी ने इसके केबिन में बेहतर सीटिंग अरेंजमेंट के साथ इसके व्हीलबेस को भी लंबा बनाया है. इसमें थर्ड-रो (तीसरी पंक्ति) में पीछे की तरफ घूमने वाली सीट दी गई है. इसके अलाव ये कार व्हीकल टू लोड (V2L) फीचर से भी लैस है, जिससे आप दूसरे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को भी पावर दे सकते हैं.
इस प्रक्रिया की सफलता की जांच करने के लिए पहले मॉक टेस्ट का आयोजन किया जाएगा. मॉक टेस्ट में चार अलग-अलग पारियों में 400 स्टूडेंट्स को बुलाया जाएगा, और इसके लिए छात्रों को 23 नवंबर तक ऑनलाइन आवेदन करना होगा. अगर यह टैबलेट बेस्ड टेस्ट प्रक्रिया सही तरीके से आयोजित होती है, तो भविष्य में कर्मचारी चयन बोर्ड की छोटी भर्ती परीक्षाओं के लिए भी टैबलेट मोड पर परीक्षा आयोजित करने की योजना बनाई जाएगी.
गुड़गांव की सबसे महंगी सोसायटी ‘द कैमिलियास’ में फ्लैट का मालिक होना एक स्टेटस सिंबल माना जाता है. यहां रहना हर किसी का सपना होता है, लेकिन भारत में शायद 0.1% लोग ही इस सपने को पूरा करने की क्षमता रखते हैं. फिर भी, आम लोगों के मन में हमेशा यह सवाल रहता है कि आखिर करोड़ों के इन फ्लैट्स का अंदरूनी नजारा कैसा होता है.