नोएडा: कुत्तों के हमले से मासूम की मौत पर खौफ में सोसायटी के लोग, स्ट्रीट डॉग को हटाने की मांग
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मामला नोएडा के सेक्टर 100 में स्थित लोटस बुलेवर्ड सोसायटी का है. सोसायटी में मजदूरी कर रहे दंपति के 7 महीने के बेटे पर आवारा कुत्तों ने हमला कर दिया. कुत्तों ने मासूम को इतनी बुरी तरह से नोंचा कि इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई.
उत्तर प्रदेश के नोएडा के सेक्टर-100 में हाईराइज सोसायटी से दर्दनाक मामला सामने आया है. यहां आवारा कुत्तों ने सात महीने के मासूम पर हमला कर दिया. कुत्तों ने मासूम को इतनी बुरी तरह से नोंचा कि इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई. इस घटना के बाद सोसायटी के लोग बुरी तरह से डर और सहम गए हैं. उनमें आवारा कुत्तों को लेकर खौफ है. लोगों की मांग है कि सोसायटी के सभी स्ट्रीट डॉग्स को बाहर किया जाए. स्थानीय लोगों के मुताबिक, सोसायटी में करीब 11 आवारा कुत्ते हैं.
मामला नोएडा के सेक्टर 100 में स्थित लोटस बुलेवर्ड सोसायटी का है. सोसायटी में रिपेयरिंग का काम चल रहा है. इसमें मध्यप्रदेश के दमोह के राजेश और उनकी पत्नी भी मजदूरी का काम कर रहे थे. सोमवार को पति-पत्नी मजदूरी करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने हर रोज की तरह अपने सात महीने के बेटे अरविंद को पास में चादर बिछाकर लेटा दिया.
शाम 4 बजे कुछ आवारा कुत्तों ने मासूम पर हमला कर दिया. उन्होंने बच्चे को बुरी तरह नोचा, जिससे उसके पेट से आंतें भी बाहर आ गईं. सोसायटी के कुछ लोगों ने जब देखा तो तुरंत कुत्तों से बच्चे को बचाया और अस्पताल ले गए. लेकिन इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई.
सोसायटी के लोगों ने बताया कि यहां डॉग बाइट की घटनाएं अक्सर होती रहती हैं. सोसायटी में कुछ लोग ऐसे हैं, जो आवारा कुत्तों खाना खिलाते हैं. इसलिए सोसायटी में आवारा कुत्तों की संख्या भी काफी ज्यादा हो गई है. नोएडा प्राधिकरण से कई बार इसकी शिकायत भी की गई है. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
बच्चे की मौत के बाद सोसायटी में हुआ हंगामा
मासूम की मौत के बाद लोटस बुलेवर्ड सोसायटी में जमकर हंगामा हुआ. स्थानीय लोगों ने सोसायटी में रह रहे कुत्तों को बाहर निकालने की मांग की. इतना ही नहीं लोगों ने नोएडा प्राधिकरण पर भी लापरवाही के आरोप लगाए. उधर, पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने बच्चे के शव को परिजनों को सौंप दिया. वहीं, नोएडा अथॉरिटी के एसीईओ इंदू प्रकाश ने कहा कि यहां से कुत्तों को नहीं निकाला जा सकता है. हम उनकी नसबंदी करेंगे, और फिर उन्हें एक महीने के बाद वापस भेज दिया जाएगा.आवारा कुत्तों को बाहर निकालना SC के फैसले के खिलाफ है.
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