नेपाल शाही हत्याकांड के 20 साल: उस रात की कहानी जिसका सच थ्योरी में बंटा हुआ है
Zee News
उस रात नारायणहिती महल (राजशाही का पैलेस) अपने सभी पारिवारिक सदस्यों के लिए खास तौर पर सजा हुआ था. आज यहां पारिवारिक भोज का आयोजन किया जाना था, इसलिए अलग-अलग जगहों पर व्यस्त परिवारी सदस्य भी महल पहुंच गए थे. लेकिन चहल-पहल के बजाय महल में सन्नाटा था.
नई दिल्लीः 1 जून 2001. भारत में यह प्रचंड गर्मियों वाले दिन थे, साथ ही उन तैयारियों के भी जो मानसून आने से पहले प्रशासन करने लगता है. गोरखपुर, बिहार के जिए और महाराजगंज जिनकी सीमाएं नेपाल से लगती हैं, वह हर साल इन परेशानियों में घिरे रहते हैं कि कब नेपाल (Nepal) पानी छोड़ दे और तराई के ये इलाके तर-बतर हो जाएं.More Related News