नेपाल में राजनीतिक संकट: राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने कहा- सुप्रीम कोर्ट नहीं पलट सकता उनका लिया फैसला
ABP News
राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने प्रधानमंत्री के. पी. शर्मा ओली की सिफारिश पर पांच महीने में दूसरी बार 22 मई को प्रतिनिधि सभा को भंग कर दिया. इसके साथ ही, 12 और 19 नवंबर को मध्यावधि चुनाव कराने की घोषणा की.
नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने सुप्रीम कोर्ट में कहा है कि प्रतिनिधिसभा को संवैधानिक प्रावधानों के अनुरूप ही भंग किया गया है और इस मामले में कोर्ट उनके फैसले को पलट नहीं सकता है और न ही इसकी न्यायिक समीक्षा कर सकता है. राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने प्रधानमंत्री के. पी. शर्मा ओली की सिफारिश पर पांच महीने में दूसरी बार 22 मई को प्रतिनिधि सभा को भंग कर दिया. इसके साथ ही, 12 और 19 नवंबर को मध्यावधि चुनाव कराने की घोषणा की. प्रधानमंत्री ओली प्रतिनिधि सभा में विश्वास मत हारने के बाद अल्पमत सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं.More Related News