ना सीक्वल, न कोई यूनिवर्स... क्या नई कहानी वाली सबसे कमाऊ फिल्म बनेगी शाहरुख खान की 'जवान'?
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शाहरुख खान की अगली फिल्म 'जवान थिएटर्स में रिलीज के लिए तैयार है. रिलीज से पहले का माहौल बता रहा है कि इस फिल्म से शाहरुख एक बार फिर थिएटर्स में धमाका करने वाले हैं. 'जवान' की कामयाबी एक बहुत अनोखा कमाल करेगी, कुछ वैसा कमाल जो इसी साल रजनीकांत की 'जेलर' ने किया है.
'पठान' से शाहरुख खान ने थिएटर्स में जो माहौल जमाया वो अद्भुत से कम नहीं था. हिंदी सिनेमा के फैन्स ने भीड़ भरे थिएटर्स में लंबे समय बाद वो फील महसूस किया, जब हीरो की एंट्री से, उसके डायलॉग्स से हवा में बिजलियां दौड़ने लगती हैं. अब शाहरुख की अगली फिल्म 'जवान' थिएटर्स में रिलीज होने के लिए तैयार है. शाहरुख इस फिल्म में एक बिल्कुल अलग अवतार में नजर आ रहे हैं. उनका एक्शन, लुक्स, डायलॉगबाजी सबकुछ अलग लेवल पर लग नजर आ रहा है. जनता में फिल्म को लेकर जैसी एक्साइटमेंट है, उसकी तापमान बता रहा है कि 'जवान' का क्रेज, 'पठान' से भी अगले लेवल पर है!
शाहरुख की पिछली इन दो फिल्मों के बीच में 'गदर 2' ने भी जनता को एक शानदार एक्सपीरियंस दिया है. तारा सिंह के रोल में सनी देओल का लौटना एक हीरो की घर वापसी जैसा है. जनता ने 'गदर 2' को ऐसा प्यार दिया कि इसकी कमाई सिर्फ 24 दिनों में 500 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गई. फिल्मों की कमाई तो सिनेमा को आगे बढ़ने के लिए सबसे जरूरी पोषण है ही. लेकिन उससे भी ज्यादा मजेदार चीज है ये माहौल, ये एक्सपीरियंस जो हिंदी सिनेमा के दर्शक इस साल फील कर रहे हैं. 'पठान' और 'गदर 2' जैसी दो बड़ी बॉलीवुड फिल्मों ने तो जनता को ये फील खूब दिया ही. अब अगर 'जवान' इसे आगे बढ़ाती है तो एक नई चीज होगी, जो सिनेमा के लिए बहुत जरूरी है.
लॉकडाउन के बाद से जनता की चॉइस एक बहुत सेफ पैमाने पर बेस्ड रही है- फिल्म से पुराना कनेक्शन, यानी कॉलबैक. लॉकडाउन के बाद सबसे तगड़ा बिजनेस करने में, वो फिल्में सबसे आगे हैं जो या तो सीक्वल हैं, या किसी सिनेमेटिक यूनिवर्स का हिस्सा हैं. इस बात का सबसे पुख्ता सबूत हैं सबसे ज्यादा कमाई करने वाली हिंदी फिल्मों का बदला हुआ पैटर्न.
2017- सीक्वल्स का साल और कमाई की बाढ़ एस.एस. राजामौली की प्रभास-राणा दग्गुबाती स्टारर 'बाहुबली' 2015 में रिलीज हुई और सभी को एक सवाल के साथ छोड़ गई- कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा? इस सवाल का जवाब लेकर आई 'बाहुबली 2' ने हिंदी में ऐसा बिजनेस किया जो उस समय तक किसी ने सुना ही नहीं था. प्रभास की फिल्म से पहले तक हिंदी में सबसे बड़ी फिल्म, आमिर खान की 'दंगल' थी. इसका नेट इंडिया कलेक्शन 387 करोड़ रुपये था. लेकिन 'बाहुबली 2' ने पहली बार ये दिखाया कि हिंदी बॉक्स ऑफिस से कितनी कमाई की जा सकती है.
राजामौली की 'बाहुबली 2' ने पहली बार न सिर्फ 400 करोड़ का आंकड़ा पार किया, बल्कि 500 करोड़ से भी आगे निकल गई. फिल्म के हिंदी वर्जन का लाइफटाइम नेट कलेक्शन 511 करोड़ रुपये रहा. 'बाहुबली 2' से हटकर देखें, तो 2017 को सीक्वल फिल्मों का साल कहा जा सकता है. उस साल टॉप 3 हिंदी फिल्मों में, 'बाहुबली 2' के बाद 339 करोड़ कमाने वाली 'टाइगर जिंदा है' और 205 करोड़ कमाने वाली 'गोलमाल अगेन' शामिल थीं. इन तीनों के अलावा भी 2017 की सबसे कमाऊ हिंदी फिल्मों में 'जुड़वा 2', 'जॉली एलएलबी 2' और 'बद्रीनाथ की दुल्हनिया' जैसे सीक्वल शामिल थे.
अगले दो सालों इंडस्ट्री के लिए बहुत फायदेमंद रहे और इसकी सबसे बड़ी वजह थी फ्रेश कहानियों में जनता का इन्वेस्ट करना. 2018 में जहां 'संजू' और 'पद्मावत' इंडस्ट्री की दो सबसे बड़ी हिट थीं. वहीं 2019 में 'वॉर', 'कबीर सिंह' और 'उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक' साल की सबसे कामयाब हिंदी रिलीज थीं. हालांकि इस बीच हिंदी में 'रेस 3', '2.0' और 'बागी 2' जैसे सीक्वल भी चलते रहे. हॉलीवुड की सबसे बड़ी इंडियन हिट्स- अवेंजर्स: इनफिनिटी वॉर और अवेंजर्स: एंडगेम; इन्हीं दो सालों में रिलीज हुईं.