नारायण साकार नाम से आश्रम बनाकर प्रवचन दिया करता था पेपरलीक का मास्टरमाइंड हर्षवर्द्धन
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हर तरफ राजस्थान सब इंस्पेक्टर परीक्षा के पेपर लीक की चर्चा हो रही है. इसमें अब तक 50 ट्रेनी सब इंस्पेक्टर आरोपी बने हैं. इनमें से टॉपर नरेश विश्नोई को गिरफ्तार भी किया गया है. मास्टरमाइंड हर्षवर्द्धन के बारे में कई राज सामने आ रहे हैं.
Rajasthan paper leak Latest update: राजस्थान में सब इंस्पेक्टर पेपरलीक करने वाला माफिया हर्षवर्धन पटवारी का दूसरा चेहरा भी सामने आया है. जांच में पता चला है कि कि वो नारायण साकार नाम से आश्रम खोल रखा था जिसमें लोगों को प्रवचन दिया करता था.
पेपर लीक मामले में पांच दिन पहले एसओजी की टीम की गिरफ्त में आया था. उसके पास से कई परीक्षाओं के पेपर और एडमिट कार्ड जैसी चीजें मिली थीं. पुलिस पूछताछ में सामने आया कि उसके दौसा आवास पर बाबा का आश्रम चल रहा था. यहां हर माह दिव्य दरबार भी लगाया जाता है. इसी दिव्य दरबार की आड़ में वो पेपरलीक माफिया बन बैठा था.
अब तक हुई कार्यवाही में राजस्थान में पेपर लीक मामले में ट्रेनिंग ले रहे 35 और सब इंस्पेक्टर पेपरलीक मामले में आरोपी बनाए गए हैं. मामले में आरोपी टॉपर नरेश विश्ननोई को गिरफ्तार कर लिया गया है. अब कुल आरोपी सब इंस्पेक्टरों की संख्या 50 पहुंच गई है. एसओजी ने सभी 50 के खिलाफ मुक़दमा दर्ज किया है. 35 नए आरोपी में से ज़्यादातर के पुलिस ट्रेनिंग सेंटर से भागने की सूचना मिली है. कल हिरासत में लिए गए 15 में से 13 गिरफ़्तार हो चुके हैं. थोड़ी देर में सरकार इन्हें बर्खास्त करेगी.
राजस्थान पेपर लीक मामले में एक जांच अधिकारी ने बताया कि भर्ती परीक्षा में टॉप करने वाले एक व्यक्ति सहित पंद्रह प्रशिक्षु पुलिस उप-निरीक्षकों को लीक हुए प्रश्न पत्रों और डमी उम्मीदवारों का उपयोग करके (2021) परीक्षा पास करने के आरोप में हिरासत में लिया गया है.
पुलिस के स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (एसओजी) की एक टीम राजस्थान पुलिस अकादमी पहुंची और वहां प्रशिक्षण ले रहे संदिग्धों को हिरासत में लिया. अधिकारी ने कहा कि एक उप-निरीक्षक को अजमेर के किशनगढ़ में पुलिस प्रशिक्षण स्कूल से और दो अन्य को उनके गांवों से हिरासत में लिया गया.
राज्य पुलिस के एटीएस और एसओजी के एडीजी वी के सिंह ने कहा कि राजस्थान लोक सेवा आयोग ने 2021 में सब-इंस्पेक्टर और प्लाटून कमांडर भर्ती परीक्षा आयोजित की थी. पुलिस अधिकारी ने कहा, 'जानकारी मिली थी कि एक आपराधिक गिरोह ने प्रश्न पत्र लीक किया था और कुछ उम्मीदवारों की भर्ती कराई थी, जांच में इसकी पुष्टि हुई जिसके बाद एफआईआर दर्ज की गई और पंद्रह संदिग्ध प्रशिक्षु सब इंस्पेक्टर को हिरासत में लिया गया है. उन्हें पूछताछ के लिए एसओजी मुख्यालय लाया गया है.'
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