दिल्ली ऑर्डिनेंस पर कांग्रेस के खुले विरोध से गदगद आप, क्या विपक्ष की 'महाबैठक' में लेगी हिस्सा
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दरअसल भाजपा की अगुवाई वाली केंद्र सरकार मई में दिल्ली में नौकरशाहों के तबादले और तैनाती पर अध्यादेश देकर आई थी जिससे सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले का प्रभाव खत्म हो गया था जिसमें सेवाओं पर नियंत्रण निर्वाचित सरकार को दिया गया था.
नई दिल्ली. दिल्ली की सत्ता पर आसीन आम आदमी पार्टी (AAP) ने रविवार को कहा कि दिल्ली में प्रशासनिक सेवाओं के नियंत्रण पर केंद्र के अध्यादेश पर कांग्रेस का ‘स्पष्ट विरोध एक सकारात्मक घटनाक्रम है.’ हालांकि, AAP ने अभी यह साफ नहीं किया है कि वह सोमवार से बेंगलुरु में शुरू हो रही कई विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होगी या नहीं. पार्टी ने पहले कहा था कि जब कांग्रेस संसद में दिल्ली अध्यादेश के विरोध में उसका समर्थन करेगी तभी वह बैठक में शामिल होगी.
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