तुर्की के राष्ट्रपति अर्दोआन का अमेरिका समेत 10 देशों के ख़िलाफ़ बड़ा फ़ैसला
BBC
यह बहुत बड़ा फ़ैसला है और शायद इसका मक़सद शक्ति प्रदर्शन है, ख़ासकर चुनाव से डेढ़ साल पहले. कुछ लोगों का मानना है कि अर्दोआन इससे तुर्की की राजनीति में अपना दबदबा दिखाना चाहते हैं.
तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप अर्दोआन ने अमेरिका, जर्मनी और फ़्रांस समेत कुल 10 देशों के राजदूतों "अस्वीकार्य" घोषित कर दिया है. यानी तुर्की इन राजदूतों को रखने के लिए अब तैयार नहीं है.
इन रादजूतों को अब तुर्की छोड़ना पड़ सकता है. अर्दोआन का यह फ़ैसला राजदूतों के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने तुर्की के एक्टिविस्ट ओस्मान कवाला की तत्काल रिहाई की माँग की थी.
कवाला पिछले चार साल से ज़्यादा समय से जेल में हैं. उन पर विरोध-प्रदर्शन के समर्थन और तख़्तापलट की कोशिश के आरोप हैं, हालाँकि उन्हें दोषी साबित नहीं किया जा सका है.
अमेरिका, फ़्रांस, फ़िनलैंड, कनाडा, डेनमार्क, जर्मनी, नीदरलैंड्स, नॉर्वे और स्वीडन के राजदूतों ने एक साझा बयान में ओस्मान कवाला की तुरंत रिहाई की माँग की थी. ये सभी 10 देश तुर्की के नेटो सहयोगी भी हैं.