तमिलनाडुः जयललिता की मौत पर कमेटी ने पेश की रिपोर्ट, शशिकला समेत इन लोगों पर लगाए गंभीर आरोप
AajTak
तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता की मौत की जांच के लिए गठित कमेटी ने अपनी रिपोर्ट पेश कर दी है. इसमें जयललिता की करीबी शशिकला, जयललिता के डॉक्टर के एस शिवकुमार, तत्कालीन स्वास्थ्य सचिव जे. राधाकृष्णन, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सी. विजयभास्कर पर भी आरोप लगाए गए हैं. साथ ही इनके खिलाफ जांच की मांग की गई है.
तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता की मौत की जांच के लिए गठित कमेटी ने मंगलवार को अपनी रिपोर्ट पेश कर दी है. इस रिपोर्ट में समिति ने एक पैनल ने दिवंगत नेता और सरकार की विश्वासपात्र वी के शशिकला पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं. इसके साथ ही कुछ और लोगों पर भी आरोप हैं. इसके साथ ही कहा गया है कि आरोपियों के खिलाफ जांच कराई जाए. दरअसल, न्यायमूर्ति ए अरुमुघस्वामी जांच आयोग (COI) की रिपोर्ट मंगलवार को विधानसभा में पेश की गई.
प्रदेश सरकार ने कहा कि एम्स के डॉक्टर्स की कमेटी की रिपोर्ट के कुछ पहलुओं पर COI की असहमति को देखते हुए कानूनी विशेषज्ञों की सलाह लेने के बाद कुछ लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई शुरू करने का निर्णय लिया गया है.
एजेंसी के मुताबिक COI की रिपोर्ट में जयललिता के डॉक्टर के एस शिवकुमार, तत्कालीन स्वास्थ्य सचिव जे. राधाकृष्णन, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सी. विजयभास्कर पर भी आरोप लगाए गए हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि इस मामले में जांच की जाए.
पैनल ने तत्कालीन मुख्य सचिव राम मोहन राव और 2 डॉक्टरों के खिलाफ जांच की सिफारिश की थी, हालांकि यह साफ नहीं किया कि यह उनके साथ शामिल थे या नहीं. लेकिन कहा गया है कि सरकार एक कॉर्पोरेट अस्पताल के अध्यक्ष के खिलाफ जांच कर सकती है, जहां जयललिता का इलाज किया गया था.
जयललिता को 22 सितंबर 2016 को अस्पताल में भर्ती कराया गया और उसके बाद 5 दिसंबर 2016 को उनका निधन हो गया था. दिवंगत अन्नाद्रमुक सुप्रीमो जयललिता के अस्पताल में भर्ती होने की परिस्थितियों की शुरुआती जांच के बाद आयोग ने कहा था कि उन्हें "कुछ भी नहीं मिला है. जयललिता को बिना देर किए अपोलो अस्पताल ले जाने के दौरान पर्याप्त सावधानी बरती गई. लेकिन आयोग ने जांच के दूसरे हिस्से में कहा कि शशिकला समेत अन्य लोग इस मामले में आरोपी हैं. सीओआई ने अपनी 475 पन्नों की रिपोर्ट में शशिकला और उनके रिश्तेदारों के खिलाफ एक तमिल पत्रिका में छपी रिपोर्ट के आधार पर साजिश के आरोप की भी जांच की है.
ये भी देखें
सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह रही कि खींवसर को तीन क्षेत्रों में बांटकर देखा जाता है और थली क्षेत्र को हनुमान बेनीवाल का गढ़ कहा जाता है. इसी थली क्षेत्र में कनिका बेनीवाल इस बार पीछे रह गईं और यही उनकी हार की बड़ी वजह बनी. आरएलपी से चुनाव भले ही कनिका बेनीवाल लड़ रही थीं लेकिन चेहरा हनुमान बेनीवाल ही थे.
देश का सबसे तेज न्यूज चैनल 'आजतक' राजधानी के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में तीन दिवसीय 'साहित्य आजतक' महोत्सव आयोजित कर रहा है. इसी कार्यक्रम में ये पुरस्कार दिए गए. समारोह में वरिष्ठ लेखकों और उदीयमान प्रतिभाओं को उनकी कृतियों पर अन्य 7 श्रेणियों में 'आजतक साहित्य जागृति सम्मान' से सम्मानित किया गया.
आज शाम की ताजा खबर (Aaj Ki Taza Khabar), 23 नवंबर 2024 की खबरें और समाचार: खबरों के लिहाज से शनिवार का दिन काफी अहम रहा है. महाराष्ट्र में नतीजे आने के बाद सूत्रों की मानें तो एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पर पर अपना दावा ठोका है. सीएम योगी ने यूपी उपचुनाव के नतीजों को पीएम मोदी के नेतृत्व की जीत बताया है.
हिंदी साहित्य के विमर्श के दौरान आने वाले संकट और चुनौतियों को समझने और जानने की कोशिश की जाती है. हिंदी साहित्य में बड़े मामले, संकट और चुनने वाली चुनौतियाँ इन विमर्शों में निकली हैं. महत्वपूर्ण विचारकों और बुद्धिजीवियों ने अपने विचार व्यक्त किए हैं. हिंदी साहित्यकार चन्द्रकला त्रिपाठी ने कहा कि आज का विकास संवेदन की कमी से ज्यादा नजर आ रहा है. उन्होंने कहा कि व्यक्ति प्रेम के लिए वस्तुओं की तरफ झूक रहा है, लेकिन व्यक्ति के प्रति संवेदना दिखाता कम है. त्रिपाठी ने साहित्यकारों के सामने मौजूद बड़े संकट की चर्चा की. ये सभी महत्वपूर्ण छोटी-बड़ी बातों का केंद्र बनती हैं जो हमें सोचने पर मजबूर करती हैं.