टाटा-अंबानी के बाद टाइम मैगजीन में इस भारतीय कंपनी का जलवा, वैक्सीन बनाने में महारथ!
AajTak
ये कंपनियां दुनिया में 2024 के मोस्ट इंफ्लुएशियल कंपनियों की लिस्ट में शामिल हुए हैं. मुकेश अंबानी की रिलायंस के लिए यह दूसरा मौका है, जब वह टाइम मैगजीन के टॉप 100 कंपनियों की लिस्ट में जगह बनाई है.
दुनिया में मशहूर टाइम मैगजीन में इस बार भारत की कंपनियों का जलवा दिखा है. कोरोना की वैक्सीन बनाने वाली सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की भी एंट्री हुई है. ये कंपनियां दुनिया में 2024 के मोस्ट इंफ्लुएशियल कंपनियों की लिस्ट में शामिल हुए हैं. मुकेश अंबानी की रिलायंस के लिए यह दूसरा मौका है, जब वह टाइम मैगजीन के टॉप 100 कंपनियों की लिस्ट में जगह बनाई है.
टाइम मैगजीन की सालाना लिस्ट के मुताबिक, टॉप 100 कंपनियों की सूची में मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL), टाटा ग्रुप और अदर पूनावाला की कंपनी सीरम इंडस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) मोस्ट इंफ्लुएशियल कंपनियों के तौर पर शामिल की गई हैं. टाइम की 100 कंपनियों की सूची में लीडर्स, डिसरप्टर्स, इनोवेटर्स, टाइटन्स और पायनियर्स जैसी कई कैटेगरी बनाई गई है.
रिलायंस भारत की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस और टाटा ग्रुप को टाइटन्स कैटेगरी में रखा गया है, जबकि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को पायनियर्स कैटेगरी में रखा गया है. टाइम मैगजीन ने रिलायंस इंडस्ट्रीज को 'भारत की सबसे बड़ी कंपनी' बताया, जो 58 वर्ष पहले धीरूभाई अंबानी द्वारा स्थापित एक कपड़ा और पॉलिएस्टर कंपनी से भारत की सबसे मूल्यवान कंपनी बनने तक के इसके परिवर्तन पर जोर दिया है. इसका बाजार पूंजीकरण 200 अरब डॉलर से अधिक है.
टाइम ने रिलायंस को मान्यता देते हुए महत्वपूर्ण रिलायंस-डिज्नी सौदे पर भी प्रकाश डाला और कहा कि 8.5 बिलियन डॉलर का यह समझौता भारत के तेजी से बढ़ते स्ट्रीमिंग और ओटीटी बाजार में रिलायंस की स्थिति को मजबूत करेगा.
सीरम इंस्टीट्यूट दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन बनाने वाली कंपनी रिलायंस के अलावा, टाइम ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन निर्माता माना, जो सालाना 3.5 बिलियन खुराक का उत्पादन करता है और COVID-19 महामारी के दौरान लाखों लोगों की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
नमक से लेकर होटल तक टाटा ग्रुप के पास कई कंपनियां टाटा समूह के बारे में टाइम ने कहा कि TATA Group भारत की सबसे पुरानी कंपनियों में से एक है. इसका विशाल पोर्टफोलियो स्टील, सॉफ्टवेयर, घड़ियां, पनडुब्बी केबल और रसायनों से लेकर नमक, अनाज, एयर कंडीशनर, फैशन और होटल तक फैला हुआ है. टेक मैन्युफैक्चरिंग, AI और सेमीकंडक्टर चिप्स में निवेश करके, समूह एक टेक कंपनी की ओर भी बढ़ रहा है. साल 2023 में यह iPhone असेंबल करने वाली पहली भारतीय कंपनी बन जाएगी.
Delhi Pollution: सर्द मौसम की शुरुआत होने के साथ ही दिल्ली की हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है. आलम यह है कि नवंबर के मध्य में ही दिल्ली में धुंध की एक मोटी परत छा गई है, जिससे लोगों का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है. लोगों को सांस लेने में समस्या से लेकर गले में जलन तक की परेशानी से जूझते हुए देखा जा रहा है.
Redmi A4 5G Launch in India: Xiaomi के सस्ते फोन Redmi A4 5G को खरीदते हुए आपको सावधान रहने की जरूरत है. ये फोन 5G सपोर्ट के साथ तो आता है, लेकिन इस पर आपको Airtel 5G का सपोर्ट नहीं मिलेगा. कंपनी ने लॉन्च इवेंट में तो इस बारे में जानकारी नहीं दी थी, लेकिन स्पेक्स पेज पर एक छोटी डिटेल जरूर दी है. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला.
UP Police Recruitment Scam: यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड ने 2020-21 में सब-इंस्पेक्टर, प्लाटून कमांडर और अग्निशमन अधिकारी के पदों के लिए ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की थी. जांच में सामने आया कि सात अभ्यर्थियों ने अलग-अलग परीक्षा केंद्रों पर सॉल्वर गैंग की मदद से अपनी जगह सॉल्वर गैंग के डमी कैंडिडेंट्स को बैठाया था.
Hyundai Ioniq 9 साइज में काफी बड़ी है और कंपनी ने इसके केबिन में बेहतर सीटिंग अरेंजमेंट के साथ इसके व्हीलबेस को भी लंबा बनाया है. इसमें थर्ड-रो (तीसरी पंक्ति) में पीछे की तरफ घूमने वाली सीट दी गई है. इसके अलाव ये कार व्हीकल टू लोड (V2L) फीचर से भी लैस है, जिससे आप दूसरे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को भी पावर दे सकते हैं.
इस प्रक्रिया की सफलता की जांच करने के लिए पहले मॉक टेस्ट का आयोजन किया जाएगा. मॉक टेस्ट में चार अलग-अलग पारियों में 400 स्टूडेंट्स को बुलाया जाएगा, और इसके लिए छात्रों को 23 नवंबर तक ऑनलाइन आवेदन करना होगा. अगर यह टैबलेट बेस्ड टेस्ट प्रक्रिया सही तरीके से आयोजित होती है, तो भविष्य में कर्मचारी चयन बोर्ड की छोटी भर्ती परीक्षाओं के लिए भी टैबलेट मोड पर परीक्षा आयोजित करने की योजना बनाई जाएगी.
गुड़गांव की सबसे महंगी सोसायटी ‘द कैमिलियास’ में फ्लैट का मालिक होना एक स्टेटस सिंबल माना जाता है. यहां रहना हर किसी का सपना होता है, लेकिन भारत में शायद 0.1% लोग ही इस सपने को पूरा करने की क्षमता रखते हैं. फिर भी, आम लोगों के मन में हमेशा यह सवाल रहता है कि आखिर करोड़ों के इन फ्लैट्स का अंदरूनी नजारा कैसा होता है.