'जरूर किसी ने कोई खचपच किया है', बिहार हिंसा पर बोले नीतीश कुमार, सख्त एक्शन का वादा
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बिहार में फैली हिंसा को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि बिहार में वर्षों से सब कुछ ठीक रहा है और अब अचानक कैसे माहौल बिगड़ गया. जरूर किसी ने गड़बड़ किया है. हालांकि उन्होंने हिंसा फैलाने वालों पर सख्त एक्शन का वादा किया है.
बिहार में फैली हिंसा को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि बिहार में वर्षों से सब कुछ ठीक रहा है और अचानक अब कैसे माहौल बिगड़ गया. जरूर किसी ने खचपच (गड़बड़) किया है. उन्होंने कहा कि बिहार में लॉ एंड ऑर्ड सब कुछ ठीक है. लोग सिर्फ बदनाम करते हैं. झगड़ा करवाया गया है. किसी ने गड़बड़ किया है. हालांकि उन्होंने हिंसा फैलाने वालों पर सख्त एक्शन का वादा किया है.
उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है. मैंने अधिकारियों से कहा है कि इन घटनाओं में शामिल लोगों की जानकारी लेकर उचित कार्रवाई करें. यह 'स्वाभाविक' नहीं है, निश्चित रूप से, किसी ने यहां-वहां कुछ अननैचुरल किया होगा. उन्होंने अमित शाह का सासाराम दौरा रद्द होने पर कहा,' जिसको आना है, आए. राज्य सरकार थोड़ी रोकती है. वो खुद नहीं आ रहे होंगे. केंद्र के हाथ में होता है उनका रूट और ट्रेवेल प्लान. हमको नहीं पता, वहीं जानें कि वो क्यों नहीं आ रहे हैं.
अमित शाह का नाम इदरीश होता तो...: गिरिराज सिंह
वहीं बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने बिहार सरकार पर हमला बोलते हुए कहा- अगर अमित शाह के प्रशंसक टोपी पहन लेते और अमित शाह का नाम होता मोहम्मद इदरीश तो ये सब कार्यक्रम नहीं रुकता. सासाराम में हिंदुओं के साथ जो हो रहा है ये हद पार हो रही है. हिंदुओं को बर्बाद करना इनका काम है.
गिरिराज सिंह ने कहा कि मुसलमान हिंदुओं पर पत्थर चला रहा है और ममता बनर्जी सिर्फ भाषण दे रही हैं और हिंदुओं को जुलूस निकालने से रोक रही हैं. हिंदू पलायन करने को मजबूर हो रहे हैं. बंगाल और बिहार अब एक जैसा लगता है. बंगाल और बिहार में बस टोपी लगालो और फिर कुछ भी करो. उनके लिए रेड कार्पेट लगा देते हैं बस.
सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह रही कि खींवसर को तीन क्षेत्रों में बांटकर देखा जाता है और थली क्षेत्र को हनुमान बेनीवाल का गढ़ कहा जाता है. इसी थली क्षेत्र में कनिका बेनीवाल इस बार पीछे रह गईं और यही उनकी हार की बड़ी वजह बनी. आरएलपी से चुनाव भले ही कनिका बेनीवाल लड़ रही थीं लेकिन चेहरा हनुमान बेनीवाल ही थे.
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