चीन की अर्थव्यवस्थ्या अचानक लड़खड़ाने क्यों लगी है?
BBC
एक तरफ देश की दूसरी सबसे बड़ी रियल एस्टेट डेवेलपमेन्ट कंपनी दिवालिया होने की कगार पर है तो दूसरी तरफ बिजली उत्पादन कम होने से फैक्ट्रियों को काम बंद करना पड़ रहा है.
चीन के आर्थिक विकास की गति दशकों से पश्चिमी देशों को हैरान करती रही है. लेकिन हाल के महीनों में ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि चीनी अर्थव्यवस्था में सब कुछ सामान्य नहीं है.
कर्ज़ पर कंपनियों की निर्भरता कम करने के लिए चीनी सरकार ने पिछले साल एक नया क़ानून लागू किया है, जिसका असर देश की दूसरी सबसे बड़ी रियल एस्टेट डेवेलपमेन्ट कंपनी एवरग्रैंड पर हुआ. कंपनी दिवालिया होने की कग़ार पर है और घर खरीदार अपने पैसे वापस मांग रहे हैं.
कंपनी डूबी तो अर्थव्यवस्था लड़खड़ाएगी और असर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) पर भी होगा. देश के जीडीपी का क़रीब एक चौथाई हिस्सा रियल एस्टेट इंडस्ट्री से आता है.
लेकिन सरकार के सामने फिलहाल एक और बड़ी चुनौती है- कोयले की कमी से पैदा हुए बिजली संकट के कारण उत्पादन कम हो रहा है जो चिंता का विषय है.
इस सप्ताह दुनिया जहान में पड़ताल कर रहे हैं कि क्या चीनी अर्थव्यवस्था पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं?