चाकू-कुल्हाड़ी से अटैक... मालदीव में भारत समर्थित पार्टी के वकील पर हमला
AajTak
मालदीव के प्रॉसिक्यूटर जनरल पर हमले के बाद उनके ऑफिस की ओर से जारी बयान में कहा गया कि शमीम पर ये हमला ऐसे समय पर किया गया है, जब हाल के दिनों में कई गैंग्स ने देश के कई सांसदों और अधिकारियों को निशाना बनाया है. एमडीपी ने इस हमले को पूरी तरह से सुनियोजित बताया है. उन्होंने कहा कि यह खतरनाक है और इस घटना की जांच की जानी चाहिए.
भारत और मालदीव के बीच राजनीतिक तनाव जस का तस बना हुआ है. इस तनातनी के बीच मालदीव के प्रॉसिक्यूटर जनरल हुसैन शमीम पर बुधवार को हमला किया गया. उन पर सरेआम चाकू और कुल्हाड़ी से कई वार किए गए.
इस हमले के बाद शमीम को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लेकिन अब उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है. उन्होंने खुद सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए बताया कि वह ठीक हैं.
इस हमले के बाद प्रॉसिक्यूटर जनरल के ऑफिस की ओर से जारी बयान में कहा गया कि शमीम पर ये हमला ऐसे समय पर किया गया है, जब हाल के दिनों में कई गैंग्स ने देश के कई सांसदों और अधिकारियों को निशाना बनाया है. एमडीपी ने इस हमले को पूरी तरह से सुनियोजित बताया है. उन्होंने कहा कि यह खतरनाक है और इस घटना की जांच की जानी चाहिए.
प्रॉसिक्यूटर जनरल ने कहा कि आप सभी के प्यार और शुभकामनाओं के लिए शुक्रिया. मुझ पर आज सुबह हमला किया गया. मेरा बायां हाथ फ्रैक्चर हो गया है. लेकिन अब मैं अस्पताल से अपने परिवार के पास घर लौट आया हूं. जल्द ही और फुर्ती के साथ काम पर लौटूंगा और साइकिलिंग और स्विमिंग करूंगा.
मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम सोलिह की पार्टी मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (MDP) ने शमीम को प्रॉसिक्यूटर जनरल नियुक्त किया था. बता दें कि भारत से तनातनी को लेकर चीन समर्थक मोहम्मद मुइज्जू की सरकार के खिलाफ मालदीव का विपक्ष लगातार हमलावर होता जा रहा है. मालदीव की विपक्षी पार्टी मालदीव जम्हूरी पार्टी (JP) ने मांग की है कि राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के लोगों से माफी मांगें.
मुइज्जू के खिलाफ महाभियोग की तैयारी
इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट ने गुरुवार को युद्ध और मानवता के खिलाफ अपराधों को लेकर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और पूर्व रक्षा मंत्री योव गैलेंट के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया. आईसीसी ने नेतन्याहू और गैलेंट पर मानवता के खिलाफ अपराधों का आरोप लगाया, जिसमें हत्या, उत्पीड़न और अमानवीय कृत्यों की बात कही गई.