'ग्रहण' का वो दाग जिसने लगाई दंगे की आग, जानें कौन है टीकम जोशी?
AajTak
सात साल की उम्र में ही टीकम जोशी का अभिनय प्रेम सभी को दिखने लगा था. उन्होंने भोपाल में थिएटर ज्वॉइन किया और 30 सालों से वे थिएटर में अपने पैशन को निखारते आ रहे हैं. उन्होंने थिएटर्स में कई ठोस और कद्दावर किरदारों को आकार दिया है.
1984 का सिख दंगा और आग की लपटों के बीच पनपती एक प्रेम कहानी. इस दास्तान में कैसे संजय सिंह ग्रहण बनकर बैठ जाता है, इसे एक्टर टीकम जोशी से बेहतर शायद ही कोई और निभा सकता था. सत्य व्यास के उपन्यास चौरासी से प्रेरित वेब सीरीज ग्रहण में टीकम जोशी ने निगेटिव किरदार निभाया है. रंगमंच के इस उम्दा कलाकार को कैसे यह रोल मिला इसपर टीकम जोशी ने आजतक के साथ बातचीत की.More Related News
साहित्य के महाकुंभ 'साहित्य आजतक 2024' के दूसरे दिन मंच पर मौजूदगी रही मशहूर गायक जुस्त की. जहां उन्होंने 'मेरे घर आया एक चोर' सत्र में 'कल रात आया मेरे घर एक चोर...' जैसे हिट गानों की प्रस्तुति दी और की ढेर सारी बातें. बता दें कि ये 'साहित्य आजतक' का सातवां संस्करण है. और दिल्ली के ध्यान चंद स्टेडियम में आयोजित है.