गांधी का साबरमती आश्रम: 1200 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट का गांधीवादी क्यों कर रहे हैं विरोध
BBC
अहमदाबाद के प्रसिद्ध गांधी आश्रम का नवीनीकरण 1200 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है. नवीनीकरण की इस परियोजना को लेकर विवाद पैदा होते हुए दिख रहा है. करीब 130 कार्यकर्ताओं और गांधीवादियों ने इसके विरोध में पत्र लिखा है.
अहमदाबाद के प्रसिद्ध गांधी आश्रम का नवीनीकरण 1200 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है. नवीनीकरण की इस परियोजना को लेकर विवाद पैदा होते हुए दिख रहा है. कुछ गांधीवादी नाराज़ हैं. करीब 130 कार्यकर्ताओं और गांधीवादियों ने इसके विरोध में पत्र लिखा है. विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि इतने बड़े खर्च के साथ इस प्रोजेक्ट पर अमल करने से गांधीजी की सादगी खत्म हो जाएगी और ये योजना गांधीवादी सोच के विरुद्ध है. चिट्ठी में ऐसी चिंता व्यक्त की गई है कि परियोजना की वजह से गांधीजी का सबसे महत्वपूर्ण स्मारक और स्वतंत्रता संग्राम की स्मृतियां धूमधाम और व्यावसायीकरण में हमेशा के लिए खो जाएंगी. अहमदाबाद में 'साबरमती आश्रम प्रिज़र्वेशन एंड मेमोरियल ट्रस्ट' की चेयरपर्सन इलाबेन भट्ट ने बीबीसी से बातचीत में कहा, "हम गांधीवादी मूल्यों को जोखिम में डाल कर कुछ भी नहीं करेंगे. सरकार ने लिखित में आश्वासन दिया है कि इनका सरकारीकरण नहीं होगा. गांधी आश्रम की पवित्रता, सादगी और गांधी विचार के तत्व संभाल कर रखे जाएंगे." "इन सब का ख्याल करके, सरकार के साथ सलाह-मशविरे के बाद इस बात पर सहमति बनी है कि आश्रम में सभी की सहमति से ही कोई बदलाव किया जाएगा. सरकार के पत्र में भी ये बात बताई गई है."More Related News