गंगा के पानी में SARS-CoV-2 की मौजूदगी संबंधी अध्ययन कर रहा है केंद्र
ABP News
इस अध्ययन के तहत नदी की जैविक विशेषताओं की जांच भी की जाएगी. अधिकारियों ने बताया कि अगले चरण के लिए नमूने एकत्र करने की प्रक्रिया सोमवार से आरंभ होगी.
नई दिल्ली: कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान गंगा नदी में शव फेंके जाने संबंधी खबरों के मद्देनजर केंद्र यह पता लगाने के लिए अध्ययन कर रहा है कि नदी के पानी में सार्स-सीओवी-2 या नोवल कोरोना वायरस मौजूद है या नहीं. लखनऊ स्थित भारतीय विषविज्ञान अनुसंधान संस्थान (आईआईटीआर) के निदेशक सरोज बारिक ने कहा कि कई चरणों में अध्ययन किया जा रहा है और कन्नौज एवं पटना के 13 स्थलों से नमूने पहले ही एकत्र कर लिए गए हैं. बारिक ने कहा कि विषाणु विज्ञान संबंधी अध्ययन के दौरान, पानी में मौजूद वायरस के आरएनए को निकाला जाएगा और उसमें कोरोना वायरस का पता लगाने के लिए आरटी-पीसीआर जांच की जाएगी. उन्होंने कहा कि आईआईटीआर वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) के अधीन एक संस्थान है.More Related News