क्या भारतीयों के निकलने के लिए रूस ने खारकीएव में कुछ घंटे के लिए हमले रोके थे?
BBC
सोशल मीडिया पर ये दावा वायरल हुआ कि रूस ने भारत के अनुरोध पर 6-8 घंटे के लिए युद्ध रोक दिया ताकि भारतीयों को निकाला जा सके.
यूक्रेन के विभिन्न शहरों में अस्थाई युद्ध विराम की कोशिशें जारी हैं, ताकि वहां फंसे नागरिकों को बहार निकाला जा सके. क्या भारतीयों को भी इन प्रयासों से फ़ायदा होगा?
सोमवार को रूस ने कहा है कि वह कीएव, खारकीएव, मारियुपोल और सूमी जैसे कई शहरों में मानवीय गलियारे खोलेगा. लेकिन यूक्रेनी अधिकारियों ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है
सूमी भारत के निकासी प्रयासों के लिए एक प्रमुख केंद्र बना हुआ है. विदेश मंत्रालय के मुताबिक़, शुक्रवार तक सूमी में क़रीब 700 भारतीय छात्र फ़ंसे हुए थे. यह देखना अभी बाक़ी है कि प्रस्तावित युद्धविराम से सूमी में भारतीयों को लाभ होगा या नहीं.
सप्ताह के आख़िर तक, मारियुपोल शहर से नागरिकों को निकालने के लिए युद्ध विराम के दो प्रयास विफल हो चुके हैं.
निकासी के प्रयास सफल न होने के लिए, रूस और यूक्रेन दोनों पक्षों ने एक दूसरे को ज़िम्मेदार ठहराया है.