कोरोना वायरस को हथियार बनाने पर चीनी वैज्ञानिकों ने 2015 में की थी चर्चा : रिपोर्ट
NDTV India
रिपोर्ट के अनुसार, अननेचुरल ओरिजन ऑफ सार्स एंड न्यू स्पेसीज ऑफ मैनमेड वायरेस नाम की जेनेटिक बायोवेपंस की रिपोर्ट में कहा गया है कि तीसरा विश्व युद्ध जैविक हथियारों (biological weapons) के जरिये लड़ा जाएगा.
चीन की लैब में कोरोना वायरस कोविड-19 को विकसित किए जाने के तमाम दावों के बीच एक दस्तावेज ने दुनिया में हड़कंप मचा दिया है. कोरोना वायरस महामारी के दुनिया को हिलाकर रख देने के कई साल पहले 2015 में चीनी वैज्ञानिकों और स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा लिखित एक दस्तावेज सामने आया है. इसमें कहा गया है कि चीनी वैज्ञानिक (Chinese Scientists) 2015 में कोरोना वायरस को हथियार की तरह इस्तेमाल करने पर चर्चा कर रहे थे. कोविड-19 (COVID-19) महामारी सार्स कोव-2 (SARS-Co V-2) नाम के कोरोनावायरस के जरिये दिसंबर 2019 में उपजी थीMore Related News