कोरोना वायरस और वैक्सीन से जुड़ी अफ़वाहों के ख़िलाफ़ कैसे लड़ रही हैं ये महिलाएं?
BBC
कोरोना महामारी और वैक्सीन के बारे में कई अफ़वाहें हैं जिनका तथ्यों से कोई लेना-देना नहीं है और ऐसा दुनिया के कई हिस्सों में हो रहा है.
दक्षिण अफ़्रीका में कोरोना वैक्सीन के ख़िलाफ़ भ्रामक जानकारियों से लड़ने के लिए ऑनलाइन वॉलंटियर्स की एक टीम ने कमर कस ली है. इनमें से अधिकतर महिलाएं देश के बाहर ही रहती हैं. सारा डाउंस ने जब अपनी दादी की कोविड-19 की वजह से मौत के बारे में ट्वीट किया तो एक प्रतिक्रिया ऐसी भी आई जिसकी उम्मीद उन्होंने नहीं की थी. वो कहती हैं, "मैंने सिर्फ़ ये लिखा था कि मेरी दादी की मौत हो गई है और वो मेरे लिए कितना मायने रखती थीं." वो बताती हैं, "तब किसी ने मुझसे पूछा कि क्या हमने अपनी दादी का पोस्टमॉर्टम करवाया? कराया तो उसका नतीजा क्या था? आपको नहीं पता कि उनकी मौत कोविड से ही हुई है. उनकी मौत की वजह कुछ और भी तो हो सकती है?" सारा से सवाल करने वाला व्यक्ति दरअसल कोविड को ही नकार रहा था. ऐसे बहुत से लोग हैं जो खुलकर अपनी राय रखते हैं और उनमें से कई सामान्य तौर पर ये मानते हैं कि कोविड-महामारी है ही नहीं है, या ये एक झूठ है. संख्या में भले ही ये लोग बहुत ना हों, लेकिन ये इस बारे में खुलकर बोलते हैं. ये कोविड महामारी के नियमों और इसे रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन का भी विरोध करते हैं. अब इस तरह के लोग कोरोना वैक्सीन के ख़िलाफ़ भी भ्रामक जानकारियां फैला रहे हैं.More Related News