केदारनाथ में प्यार का इजहार, गुस्सा जायज है या निराधार?
AajTak
विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि धार्मिक स्थलों को पिकनिक स्पॉट बना दिया गया है. जहां लोग मोबाइल पर रील बनाने में जुटे हुए हैं. वायरल वीडियो को लेकर लोग इसलिए भड़क गए हैं कि धार्मिक स्थान पर इस तरह का प्रपोजल नहीं दिया जाना चाहिए.
उत्तराखंड में स्थित केदारनाथ मंदिर परिसर में राइडर गर्ल विशाखा ने अपने पार्टनर रजत प्रताप सिंह के सामने घुटनों पर बैठकर अपने प्यार का इज़हार कर दिया. इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर आया और बवाल मच गया. वीडियो को देखने वाले लोग आहत हैं. उनका मानना है कि रील बनाने के चक्कर में लोग अपनी मर्यादा भूल रहे हैं. बात यहां तक पहुंच गई है कि धार्मिक स्थलों पर मोबाइल फोन को बैन किये जाने की मांग तेज है.
विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि धार्मिक स्थलों को पिकनिक स्पॉट बना दिया गया है. जहां लोग मोबाइल पर रील बनाने में जुटे हुए हैं. विशाखा के वायरल वीडियो को लेकर लोग इसलिए भड़क गए हैं कि धार्मिक स्थान पर इस तरह का प्रपोजल नहीं दिया जाना चाहिए. इस तरह की हरकतों से लोग धर्म के साथ खिलवाड़ के अलावा और कुछ नहीं कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि यह सब कुछ लोग सोशल मीडिया पर वायरल होने के लिए करते हैं.
ऐसे में विशाखा और रजत के इस वीडियो को स्क्रिप्टेड भी बताया जा रहा है. लेकिन इन सब चर्चाओं के दौरान हमें यह भी समझना होगा कि कपल के बीच धार्मिक स्थलों पर इज़हार का दौर नया नहीं है. भारतीय परंपराओं पर अगर एक नजर डालें तो हम पाएंगे कि ज्यादातर अरेंज मैरिज से पहले लड़का-लड़की पहली बार मंदिर में ही मिलते हैं. आज भी उनकी पहली मुलाक़ात के लिए धार्मिक स्थल को ही चुना जाता है. जहां दो लोग एक दूसरे को अपना जीवनसाथी चुनते हैं.
किसी मंदिर की भूमिका इतनी ही नहीं है बल्कि आज भी आर्य समाज मंदिर में पूरी रीति-रिवाज के साथ दो शादियां भी कराई जाती हैं, जिसे कानूनी तौर पर भी स्वीकार किया गया. बिहार के भागलपुर में स्थित बूढ़ानाथ मंदिर को लेकर तो अनोखी मान्यता है. माना जाता है कि इस शिव मंदिर में हुई शादी कभी नहीं टूटती, जिसकी वजह से यहां शादी करने वाले जोड़ों की लाइन लगी रहती है.
किसी भी रिश्ते की शुरुआत के लिए धार्मिक स्थल से पवित्र दूसरी कौन सी जगह होगी. शायद इसीलिए विशाखा ने रजत को अपनी दिल की बात कहने के लिए ऐसा ही एक धर्मिक स्थल चुना और दोनों हमेशा हमेशा के लिए एक हो गए.
विशाखा एक निडर लड़की हैं, वो चाहतीं तो अपने प्यार के इज़हार के लिए कोई भी एडवेंचर चुन सकती थीं, लेकिन उन्होंने सब कुछ दरकिनार कर ईश्वर को अपने प्यार का साक्षी बनाया. कुछ लोगों का यह भी कहना है कि यह वीडियो स्क्रिप्टेड है, यानी सोच समझ कर पूरी प्लानिंग के साथ ऐसा किया गया है. अगर ऐसा है, तो भी इसमें दिक्कत क्या है? हां यह दिक्कत तब हो सकती थी जब यह कपल मंदिर परिसर में कोई अश्लील हरकत कर रहा होता, प्यार के इज़हार और अश्लील हरकत में फर्क होता है. और वीडियो में मुझे किसी भी तरह की अश्लीलता नहीं नजर आई.
Delhi Pollution: सर्द मौसम की शुरुआत होने के साथ ही दिल्ली की हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है. आलम यह है कि नवंबर के मध्य में ही दिल्ली में धुंध की एक मोटी परत छा गई है, जिससे लोगों का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है. लोगों को सांस लेने में समस्या से लेकर गले में जलन तक की परेशानी से जूझते हुए देखा जा रहा है.
Redmi A4 5G Launch in India: Xiaomi के सस्ते फोन Redmi A4 5G को खरीदते हुए आपको सावधान रहने की जरूरत है. ये फोन 5G सपोर्ट के साथ तो आता है, लेकिन इस पर आपको Airtel 5G का सपोर्ट नहीं मिलेगा. कंपनी ने लॉन्च इवेंट में तो इस बारे में जानकारी नहीं दी थी, लेकिन स्पेक्स पेज पर एक छोटी डिटेल जरूर दी है. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला.
UP Police Recruitment Scam: यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड ने 2020-21 में सब-इंस्पेक्टर, प्लाटून कमांडर और अग्निशमन अधिकारी के पदों के लिए ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की थी. जांच में सामने आया कि सात अभ्यर्थियों ने अलग-अलग परीक्षा केंद्रों पर सॉल्वर गैंग की मदद से अपनी जगह सॉल्वर गैंग के डमी कैंडिडेंट्स को बैठाया था.
Hyundai Ioniq 9 साइज में काफी बड़ी है और कंपनी ने इसके केबिन में बेहतर सीटिंग अरेंजमेंट के साथ इसके व्हीलबेस को भी लंबा बनाया है. इसमें थर्ड-रो (तीसरी पंक्ति) में पीछे की तरफ घूमने वाली सीट दी गई है. इसके अलाव ये कार व्हीकल टू लोड (V2L) फीचर से भी लैस है, जिससे आप दूसरे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को भी पावर दे सकते हैं.
इस प्रक्रिया की सफलता की जांच करने के लिए पहले मॉक टेस्ट का आयोजन किया जाएगा. मॉक टेस्ट में चार अलग-अलग पारियों में 400 स्टूडेंट्स को बुलाया जाएगा, और इसके लिए छात्रों को 23 नवंबर तक ऑनलाइन आवेदन करना होगा. अगर यह टैबलेट बेस्ड टेस्ट प्रक्रिया सही तरीके से आयोजित होती है, तो भविष्य में कर्मचारी चयन बोर्ड की छोटी भर्ती परीक्षाओं के लिए भी टैबलेट मोड पर परीक्षा आयोजित करने की योजना बनाई जाएगी.
गुड़गांव की सबसे महंगी सोसायटी ‘द कैमिलियास’ में फ्लैट का मालिक होना एक स्टेटस सिंबल माना जाता है. यहां रहना हर किसी का सपना होता है, लेकिन भारत में शायद 0.1% लोग ही इस सपने को पूरा करने की क्षमता रखते हैं. फिर भी, आम लोगों के मन में हमेशा यह सवाल रहता है कि आखिर करोड़ों के इन फ्लैट्स का अंदरूनी नजारा कैसा होता है.