कब तक भारत में आएगी मंदी? Survey में आधे से ज्यादा CEOs ने बताई डेडलाइन!
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Recession: सबसे ज्यादा असर टेक कंपनियों (Tech Companies) में आईटी सर्विसेज से होने वाली हायरिंग पर देखा जा रहा है, जहां पर रिक्रूटमेंट में 20 परसेंट तक की कमी देखी जा रही है. कंपनियां अपने परमानेंट कर्मचारियों को नौकरी पर बनाए रखने की जद्दोजहद में लगी हैं.
दुनिया की दिग्गज एजेंसियों ने मंदी (Recession) की आशंका को जताते हुए बार-बार ये कहा है कि भारत सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था (Economy) बना रहेगा और इस पर मंदी का असर नहीं होगा. लेकिन अब KPMG के एक सर्वे में टॉप CEOs की राय के आधार पर दावा किया गया है कि अगले 12 महीनों में भारत में भी मंदी आ सकती है. KPMG 2022 India CEO Outlook सर्वे में 66% भारतीय CEOs ने अगले 12 महीनों में मंदी की आशंका जताई है. वहीं दुनियाभर में 86% CEOs ने कहा है कि वो मंदी का असर देखने लगे हैं.
IT सेक्टर पर होगा सबसे ज्यादा असर! अमेरिका (America) और यूरोप में जिस तरह से मंदी के संकेत मिलने लगे हैं और आने वाले दिनों में इसके गहराने की आशंका है उसे देखते हुए सबसे ज्यादा भारत के IT सेक्टर पर पड़ने का डर है. भारत की ग्रोथ स्टोरी के लिहाज से IT सेक्टर का काफी बड़ा रोल है. खासकर कोरोना के 2 साल के दौरान जब IT कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम कर रहे थे तो उस दौरान इनके खर्चे काफी घटने से इनके पास काफी रकम जमा हुई थी. रियल एस्टेट (Real Estate) कारोबारियों का दावा है कि जिस भी घर में दोनों पति पत्नी मिलकर हर महीने कम से कम 3 लाख रुपये कमा रहे थे, वो उनके खरीदारों में शामिल थे. इससे घरों की बिक्री ने भी कोरोना काल के बावजूद गति पकड़ी थी. कुछ इसी तरह का ट्रेंड कारों की बिक्री में भी देखने को मिला है जहां पर IT सेक्टर के लोगों की भारी तादाद है. लेकिन अब भारत के IT सेक्टर पर पश्चिमी देशों की मंदी का असर दिखने लगा है. हाल ही में आई TCS, विप्रो, इंफोसिस जैसी दिग्गज IT कंपनियों के नतीजों से ये जाहिर हो रहा है कि जुलाई-सितंबर तिमाही में IT सेक्टर में हायरिंग घटकर आधी रह गई है.
IT सेक्टर में हायरिंग के बावजूद नहीं मिल रही ज्वाइनिंग डेट!
इनकम घटने से परेशान आईटी कंपनियों ने खर्च में कटौती करना शुरू कर दिया है. इसके साथ ही हायरिंग पर भी कई जगह रोक लगा दी गई है. सबसे ज्यादा असर टेक कंपनियों (Tech Companies) में आईटी सर्विसेज से होने वाली हायरिंग पर देखा जा रहा है जहां पर रिक्रूटमेंट में 20 परसेंट तक की कमी देखी जा रही है. कंपनियां अपने परमानेंट कर्मचारियों को नौकरी पर बनाए रखने की जद्दोजहद में लगी हैं और नए कर्मचारियों की भर्ती की योजना को ठंडे बस्ते में डाल रही हैं. इनकी योजनाओं में बदलाव से 30 हजार आईटी प्रोफेशनल्स पर असर देखा जा रहा है. इंफोसिस, टेक महिंद्रा, केपजेमिनी जैसी बड़ी आईटी कंपनियों में कर्मचारियों को रखने में देरी की वजह से हालात खराब हुए हैं. यहां तक की कई जगह हायरिंग के बावजूद कर्मचारियों को रखने में देरी हो रही है.
रियल एस्टेट-ऑटो सेक्टर के पस्त होने से भारत को झटका! IT सेक्टर के हालात खराब होने से भारत की ग्रोथ स्टोरी को झटका लगने का खतरा बढ़ सकता है. इसकी वजह है कि अगर घर खरीदारों की संख्या में कमी आई तो रियल एस्टेट सेक्टर की रफ्तार रुक जाएगी और इस सेक्टर से जुड़ी सीमेंट-स्टील समेत 250 से ज्यादा इंडस्ट्रीज में संकट पैदा हो सकता है. इसी तरह भारत का ऑटोमोबाइल सेक्टर 10 करोड़ लोगों को रोजगार मुहैया कराता है. ये रोजगार केवल ऑटो प्लांट्स में काम करने वालों की वजह से नहीं है बल्कि इसमें कार शोरुम, मैकेनिक और पेट्रोल पंप पर काम करने वाले कर्मचारी तक शामिल हैं. ऐसे में अगर IT सेक्टर का ये संकट गहराते हुए दूसरे सेक्टर्स को भी ज्यादा प्रभावित करेगा तो फिर भारत के लिए मंदी में आने का खतरा बढ़ जाएगा.
आधे से ज्यादा CEOs के पास मंदी से निपटने का फॉर्मूला! भारत के CEOs में से 55 फ़ीसदी के पास मंदी का मुकाबला करने की योजनाएं तैयार है. KPMG 2022 इंडिया सीईओ आउटलुक सर्वे के मुताबिक अब दुनिया भर के CEOs अपने कारोबार और आर्थिक नजरिए को 3 साल लंबी प्लानिंग के साथ देख रहे हैं. CEOs का अनुमान है कि जिओ पॉलिटिकल अनिश्चितताओं की वजह से कारोबारी रणनीति और सप्लाई चेन अगले 3 साल तक प्रभावित हो सकती हैं. भारत के 75 फ़ीसदी से ज्यादा CEOs रिस्क मैनेजमेंट प्रोसेस को जिओ पॉलिटिकल खतरे के मद्देनजर सुधारने में लगे हैं.
Delhi Pollution: सर्द मौसम की शुरुआत होने के साथ ही दिल्ली की हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है. आलम यह है कि नवंबर के मध्य में ही दिल्ली में धुंध की एक मोटी परत छा गई है, जिससे लोगों का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है. लोगों को सांस लेने में समस्या से लेकर गले में जलन तक की परेशानी से जूझते हुए देखा जा रहा है.
Redmi A4 5G Launch in India: Xiaomi के सस्ते फोन Redmi A4 5G को खरीदते हुए आपको सावधान रहने की जरूरत है. ये फोन 5G सपोर्ट के साथ तो आता है, लेकिन इस पर आपको Airtel 5G का सपोर्ट नहीं मिलेगा. कंपनी ने लॉन्च इवेंट में तो इस बारे में जानकारी नहीं दी थी, लेकिन स्पेक्स पेज पर एक छोटी डिटेल जरूर दी है. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला.
UP Police Recruitment Scam: यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड ने 2020-21 में सब-इंस्पेक्टर, प्लाटून कमांडर और अग्निशमन अधिकारी के पदों के लिए ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की थी. जांच में सामने आया कि सात अभ्यर्थियों ने अलग-अलग परीक्षा केंद्रों पर सॉल्वर गैंग की मदद से अपनी जगह सॉल्वर गैंग के डमी कैंडिडेंट्स को बैठाया था.
Hyundai Ioniq 9 साइज में काफी बड़ी है और कंपनी ने इसके केबिन में बेहतर सीटिंग अरेंजमेंट के साथ इसके व्हीलबेस को भी लंबा बनाया है. इसमें थर्ड-रो (तीसरी पंक्ति) में पीछे की तरफ घूमने वाली सीट दी गई है. इसके अलाव ये कार व्हीकल टू लोड (V2L) फीचर से भी लैस है, जिससे आप दूसरे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को भी पावर दे सकते हैं.
इस प्रक्रिया की सफलता की जांच करने के लिए पहले मॉक टेस्ट का आयोजन किया जाएगा. मॉक टेस्ट में चार अलग-अलग पारियों में 400 स्टूडेंट्स को बुलाया जाएगा, और इसके लिए छात्रों को 23 नवंबर तक ऑनलाइन आवेदन करना होगा. अगर यह टैबलेट बेस्ड टेस्ट प्रक्रिया सही तरीके से आयोजित होती है, तो भविष्य में कर्मचारी चयन बोर्ड की छोटी भर्ती परीक्षाओं के लिए भी टैबलेट मोड पर परीक्षा आयोजित करने की योजना बनाई जाएगी.
गुड़गांव की सबसे महंगी सोसायटी ‘द कैमिलियास’ में फ्लैट का मालिक होना एक स्टेटस सिंबल माना जाता है. यहां रहना हर किसी का सपना होता है, लेकिन भारत में शायद 0.1% लोग ही इस सपने को पूरा करने की क्षमता रखते हैं. फिर भी, आम लोगों के मन में हमेशा यह सवाल रहता है कि आखिर करोड़ों के इन फ्लैट्स का अंदरूनी नजारा कैसा होता है.