कन्नौज: जालसाज भाभी का खेल, पति की मौत पर दिव्यांग देवर को दिखाया मृत
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उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में एक भाभी के शातिर दिमाग ने जिंदा दिव्यांग देवर को सरकारी कागजों में मृत घोषित करवा दिया. अब दिव्यांग शख्स अपने आपको जिंदा साबित करने के लिए दर-दर भटक रहा है.
उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में एक भाभी के शातिर दिमाग ने जिंदा दिव्यांग देवर को सरकारी कागजों में मृत घोषित करवा दिया. अब दिव्यांग शख्स अपने आपको जिंदा साबित करने के लिए दर-दर भटक रहा है. दिव्यांग शख्स डीएम और एसपी के सामने पहुंच गया. हाथ जोड़कर बोला कि साहब मैं जिंदा हूं पर कोई अधिकारी मान नहीं रहा है, आप मुझे जिंदा कर दीजिए. (फोटो- नीरज श्रीवास्तव) कन्नौज जिले के गुरसहायगंज कोतवाली क्षेत्र अनौगी के ग्राम धुखरी निवासी दिव्यांग कमलेश चंद्र खुद को जिंदा साबित करने के लिए अधिकारीयों और दफ्तरों के चक्कर काट रहा है. शख्स का आरोप है कि साजिश के तहत उसकी ही भाभी ने कागजों पर उसे मुर्दा घोषित करा दिया है. अब वह खुद को जिंदा साबित करने के लिए दर-दर भटक रहा है.सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह रही कि खींवसर को तीन क्षेत्रों में बांटकर देखा जाता है और थली क्षेत्र को हनुमान बेनीवाल का गढ़ कहा जाता है. इसी थली क्षेत्र में कनिका बेनीवाल इस बार पीछे रह गईं और यही उनकी हार की बड़ी वजह बनी. आरएलपी से चुनाव भले ही कनिका बेनीवाल लड़ रही थीं लेकिन चेहरा हनुमान बेनीवाल ही थे.
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