ओवैसी के पोस्टर पर यूपी में नहीं पोती गई कालिख, रांची की पुरानी तस्वीर वायरल
The Quint
Asaduddin Owaisi Poster Defaced। AIMIM प्रमुख ओवैसी के पोस्टर पर कालिख लगाने की ये फोटो यूपी की नहीं है। ये फोटो 2 साल पुरानी है। This photo of soot on the poster of AIMIM chief Owaisi is not from UP। Photo is two years old
सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रही है. जिसमें एक शख्स ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के पोस्टर पर कालिख पोतता नजर आ रहा है. फोटो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि ये फोटो उस दौरान की है जब ओवैसी यूपी आए थे. ये दावा ऐसे समय में किया जा रहा है जब यूपी में अगले साल 2022 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं.हालांकि, हमने पाया कि ये फोटो 2019 की है जब ओवैसी ने झारखंड के रांची में बरियातू मैदान में एक चुनावी रैली को संबोधित किया था.दावाफोटो शेयर कर कैप्शन में लिखा गया है कि उत्तर प्रदेश में सिर्फ बीजेपी ही सत्ता में आएगी.पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें(सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक)कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इस दावे को शेयर किया है. इनका आर्काइव आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.ADVERTISEMENTपड़ताल में हमने क्या पायाहमने इस फोटो को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करके देखा. हमें Dainik Jagran का एक आर्टिकल मिला. ये आर्टिकल 24 सितंबर 2019 को पब्लिश किया गया था. आर्टिकल के मुताबिक, ओवैसी एक सभा को संबोधित करने के लिए रांची के बरियातू मैदान पहुंचे थे. और किसी ने उनके पोस्टर पर काली स्याही लगा दी थी.रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि इससे AIMIM के समर्थक नाराज हो गए. हालांकि, बाद में पुलिस ने पोस्टर से स्याही साफ करवाई.इस फोटो का इस्तेमाल आर्टिकल में किया गया था.(सोर्स: Dainik Jagran)हमने फोटो को ध्यान से देखा और पाया कि वायरल हो रही फोटो, Dainik Jagran के आर्टिकल का ही स्क्रीनशॉट है. वायरल फोटो में Dainik Jagran का लोगो भी दिखाई दे रहा है.वायरल फोटो में Dainik Jagran का लोगो देखा जा सकता है.(फोटो: Altered by The Quint)ADVERTISEMENTहमें इस घटना से संबंधित एक रिपोर्ट India Today पर भी मिली. इसके अलावा, घटना से जुड़ा AajTak का एक वीडियो भी मिला. साथ ही, BiharTak के यूट्यूब हैंडल पर 25 सितंबर 2019 को अपलोड किया गया एक वीडियो भी मिला.मतलब साफ है कि ओवैसी के पोस्टर पर कालिख लगाते दिख रहे एक शख्स की 2 साल पुरानी फोटो, गलत संदर्भ से यूपी चुनाव के पहले यूपी से जोड़कर शेयर की जा रही है.(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)ADVERTISEMENT...More Related News