उत्तर प्रदेश में चुनाव पूर्व सर्वेक्षण पर छह महीने का प्रतिबंध लगाया जाए: बसपा
The Wire
बसपा की ओर से कहा गया है कि वह एक समाचार संगठन द्वारा प्रसारित चुनाव पूर्व सर्वेक्षण से हैरान थी. पार्टी का कहना है कि इस सर्वेक्षण ने सत्तारूढ़ भाजपा को मज़बूत दिखाते हुए बसपा कार्यकर्ताओं का मनोबल कम करने का प्रयास किया. सर्वेक्षण में भाजपा को 40 फ़ीसदी से अधिक वोट शेयर मिलता हुए बताया गया था. यह अनुमान यूपी के 15 करोड़ मतदाताओं के मुक़ाबले कुछ हज़ार लोगों के साक्षात्कार पर आधारित था और पूरी तरह से निराधार है.
नई दिल्लीः बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने चुनाव आयोग से अपील की कि राज्य विधानसभा और आम चुनावों से छह महीने पहले मीडिया संगठनों द्वारा किए गए चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों पर प्रतिबंध लगाया जाए, ताकि मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग स्वतंत्र और निष्पक्ष होकर कर सकें तथा इन प्रायोजित सर्वेक्षणों के भ्रामक अनुमानों से प्रभावित न हो सके.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, अगले साल होने जा रहे उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों से सिर्फ कुछ महीने पहले ही बसपा ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए चुनाव आयोग से दिशानिर्देश जारी कर अपने अधिकार क्षेत्र का प्रयोग करने का आह्वान किया है.
बसपा ने कहा कि वह सितंबर में एक समाचार संगठन द्वारा प्रसारित चुनाव पूर्व सर्वेक्षण से हैरान था. पार्टी का कहना है कि इस सर्वेक्षण ने सत्तारूढ़ पार्टी को मजबूत दिखाते हुए बसपा कार्यकर्ताओं का मनोबल कम करने का प्रयास किया.
रिपोर्ट के मुताबिक, सर्वेक्षण में भाजपा को 40 फीसदी से अधिक वोट शेयर मिलता हुए बताया गया था.