इस कंपनी की इलेक्ट्रिक कार पर नहीं मिलेगी सब्सिडी, दिल्ली सरकार ने जारी किया आदेश
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दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत के मुताबिक, टाटा नेक्सन के इलेक्ट्रिक वाहन मॉडल के 'सब-स्टैंडर्ड परफॉर्मेंस' को लेकर उपभोक्ताओं की ओर से लगातार शिकायतें मिल रही थीं. शिकायतों के आधार पर सब्सिडी सस्पेंड करने का आदेश जारी किया गया है.
दिल्ली में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए 'स्विच दिल्ली' अभियान की शुरुआत कर चुकी केजरीवाल सरकार ने एक इलेक्ट्रिक वाहन बेचने वाली कंपनी से सब्सिडी का नाता तोड़ लिया है. दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग ने 'टाटा नेक्सन' के इलेक्ट्रिक वाहन कार मॉडल पर दी जाने वाली सब्सिडी को सस्पेंड करने का सरकारी आदेश जारी किया है. Delhi govt has decided to suspend subsidy on a EV car model, pending final report of a Committee, due to complaints by multiple users of sub-standard range performance. We r committed to support EVs, but not at the cost of trust & confidence of citizens in claims by manufacturers pic.twitter.com/R81S3kH6vT दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत के मुताबिक, टाटा नेक्सन के इलेक्ट्रिक वाहन मॉडल के 'सब-स्टैंडर्ड परफॉर्मेंस' को लेकर परिवहन विभाग को उपभोक्ताओं से लगातार शिकायतें मिल रही थीं. शिकायतों के आधार पर दिल्ली सरकार ने सब्सिडी सस्पेंड करने का आदेश जारी किया है. इसके साथ ही शिकायत करने वालों और टाटा मोटर्स लिमिटेड की तरफ से किए जा रहे दावों की जांच भी की जाएगी.सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह रही कि खींवसर को तीन क्षेत्रों में बांटकर देखा जाता है और थली क्षेत्र को हनुमान बेनीवाल का गढ़ कहा जाता है. इसी थली क्षेत्र में कनिका बेनीवाल इस बार पीछे रह गईं और यही उनकी हार की बड़ी वजह बनी. आरएलपी से चुनाव भले ही कनिका बेनीवाल लड़ रही थीं लेकिन चेहरा हनुमान बेनीवाल ही थे.
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